हैदराबाद, 15 दिसंबर तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर राज्य सरकार के बारे में गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया और बीआरएस प्रमुख के.चंद्रशेखर राव से विधानसभा की बैठक में शामिल होकर रचनात्मक सलाह देने को कहा।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बी महेश कुमार गौड़ ने बीआरएस अध्यक्ष एवं तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर यह पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि यह पत्र बीआरएस नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार पर लगाए गए निराधार आरोपों के बारे में पूछने के लिए भी लिखा गया है।
गौड़ ने कहा कि लोगों द्वारा ‘‘बीआरएस की विभाजनकारी और भावनाओं पर आधारित शासन’’ को समाप्त करने के बावजूद न तो केसीआर (के.चंद्रशेखर राव), न ही उनके परिजनों और न ही उनकी पार्टी के नेताओं ने ‘‘आत्मावलोकन’’ किया।
केसीआर के शासन पर लोगों को झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाते हुए गौड़ ने कहा कि तेलंगाना आंदोलन में योगदान देने वाले कवि, कलाकार, बुद्धिजीवी, छात्र, श्रमिक और कर्मचारियों ‘‘दरकिनार’’ कर दिया गया।
उन्होंने कांग्रेस सरकार के पहले वर्ष की उपलब्धियों को गिनाया जिसमें कृषि ऋण को माफ करना, रोजगार उपलब्ध कराना, महिला कल्याण योजनाएं आदि शामिल हैं।
यहां सचिवालय परिसर में ‘तेलंगाना थल्ली’ (मां तेलंगाना) प्रतिमा की स्थापना पर गौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली प्रतिमा का अनावरण किया, फिर भी बीआरएस ने इसके महत्व को स्वीकार करने के बजाय इसकी आलोचना की।
गौड़ ने केसीआर के बेटे और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी.रामा राव पर निशाना साधा और कांग्रेस की पहल के बारे में जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
गौड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि केसीआर अपने राजनीतिक अनुभव के साथ विधानसभा की बैठक में शामिल होकर रचनात्मक सलाह देते हुए विपक्ष के नेता के रूप में अपनी भूमिका निभाएं।
तेलंगाना विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा।
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