नयी दिल्ली, तीन जनवरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस से कहा कि उसे नेहरू-गांधी परिवार के इतिहास की किताबें पढ़ना बंद कर और सरदार वल्लभभाई पटेल, वी डी सावरकर, सुभाषचंद्र बोस और श्यामा प्रसाद मुखर्जी सहित कई अन्य पर अध्याय वाली किताबों से देश का ‘सच्चा इतिहास’ सीखना चाहिए।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में देश के हजारों शैक्षणिक संस्थानों के नाम पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर रखे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि कांग्रेस की इतनी रुचि है तो वह हमें सुझाव दे सकती है और हम जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर रखे गए दो-तीन संस्थानों के नाम बदल देंगे।’’
दिल्ली के नजफगढ़ स्थित रोशनपुरा में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एक कॉलेज का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा भाजपा की आलोचना किए जाने के बारे में पूछे जाने पर चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘यदि वह सुझाव देती है तो हम निश्चित रूप से सरकार से दो-तीन संस्थानों के नाम पी वी नरसिंह राव और मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) के नाम पर रखने के लिए सरकार से आग्रह करेंगे।’’
कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने बृहस्पतिवार को भाजपा पर स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि एक कॉलेज के नामकरण के जरिये ऐसे व्यक्ति का महिमामंडन किया जा रहा है जिन्होंने अंग्रेजों के समक्ष माफीनामा लिखा था।
राज्यसभा सदस्य ने संवाददातों से कहा, ‘‘बहुत से लोग देश के लिए जिये और स्वतंत्रता संग्राम में बड़ा योगदान दिया। भाजपा उन लोगों को वैधता दे रही है जिन्होंने अंग्रेजों को माफीनामे लिखे थे और उनसे पेंशन ली थी।’’
कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कॉलेज का नाम सावरकर की जगह मनमोहन सिंह के नाम पर रखने का आग्रह किया।
इस बारे में पूछे जाने पर चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘कांग्रेस के लोगों को इतिहास की अपनी किताब बदलनी चाहिए, जिसमें केवल चार अध्याय हैं और वे हैं जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी। आखिरी अध्याय सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें यह किताब छोड़नी चाहिए और एक नयी किताब खरीदनी चाहिए, जिसमें सरदार वल्लभभाई पटेल, वीर सावरकर, सुभाषचंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर अध्याय हों। इतने सारे लोगों ने इस देश के लिए काम किया है।’’
चंद्रशेखर ने कांग्रेस नेताओं से कहा कि वे ऐसा करते हैं तो ‘भारत के सच्चे इतिहास के बारे में कुछ जान सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नयी परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर, द्वारका में पश्चिमी परिसर और नजफगढ़ के रोशनपुरा में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त वीर सावरकर कॉलेज का भवन शामिल है।
ब्रजेन्द्र
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