बेंगलुरु: कर्नाटक के राजनीतिक हलकों में अटकलें लगायी जा रही हैं कि राज्य की चार राज्यसभा सीटों के होने वाले चुनाव में पूर्व में गठबंधन सहयोगी रहे कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जदएस) एक साथ आ सकते हैं. चुनाव 19 जून को होने हैं. कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के तहत कांग्रेस के राजीव गौड़ा और बीके हरिप्रसाद, भाजपा के प्रभाकर कोरे और जद (एस) के डी कुपेंद्र रेड्डी का कार्यकाल 25 जून को पूरा हो रहा है और इन रिक्त सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है.
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विधानसभा अध्यक्ष समेत 117 सदस्यों के साथ ही भाजपा चार में से दो सीटों पर जीत सुनिश्चित कर सकती है जबकि 68 विधायकों वाली कांग्रेस एक सीट पर जीत हासिल कर सकती है. एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए कम से कम 44 मतों की आवश्यकता होने के चलते कोई भी दल चौथी सीट को अकेले दम पर हासिल नहीं कर सकता है.
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अटकलें तेज हैं कि कर्नाटक में गत लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन सहयोगी रहे कांग्रेस और जद (एस) चौथी राज्यसभा सीट के लिए हाथ मिला सकते हैं. पार्टी के एक शीर्ष सूत्र के मुताबिक, कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को एक सीट से मैदान में उतार सकती है और वह आसानी से जीत सकते हैं लेकिन अगर जद(एस) प्रमुख एचडी देवेगौड़ा चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें समर्थन देने पर विचार किया जा सकता है.
जद (एस) के पास केवल 34 विधायक हैं, ऐसे में वह अपने दम पर एक सीट को नहीं जीत सकती और उसे कांग्रेस के समर्थन की जरूरत होगी.
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