कांग्रेस परिवारवाद, तुष्टिकरण व भ्रष्टाचार की वजह से सिमटी है: सतीश पूनिया
बीजेपी (Photo Credits: Twitter)

जयपुर, 14 मई : भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने शुक्रवार को दावा किया कि कांग्रेस में राजनीति सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द तक सीमित है. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘तुष्टिकरण एवं भ्रष्टाचार’ की वजह से कांग्रेस पार्टी का ग्राफ पूरे देश में गिर रहा है. पूनिया ने यह भी दावा किया कि अगले साल राजस्थान और छत्तीगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ेगा. उन्होंने उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणियां की हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि ‘चिंतन शिविर’ में अशोक गहलोत ने ‘‘वही रटी-रटाई बातें कहीं, जिनसे गांधी परिवार खुश होता है.”

पूनिया ने दावा किया कि कांग्रेस में परिवारवाद इस कदर हावी है कि पूरी कांग्रेस गांधी परिवार के सामने नतमस्तक है. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘परिवारवाद से आगे कांग्रेस की कोई सोच नहीं है, ना कोई दृष्टिकोण है. कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद की राजनीति के इर्द-गिर्द ही सिमट गई है.’’ पूनिया ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस के “चिंतन शिवर” में सोनिया गांधी कह रही हैं कि अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. उन्होंने पूछा, “क्या सोनिया गांधी को यह पता नहीं है कि कांग्रेस सरकार के शासन में करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर और नोहर में हिंसा भड़की और कोटा में पीएफआई की रैली को इजाजत किसने दी?” भाजपा नेता ने कहा, “क्या सोनिया गांधी को प्रदेश में बहुसंख्यकों पर अत्याचार नहीं दिखते?” यह भी पढ़ें : पति की क्रूरता के संबंध में मृत्यु से पूर्व पत्नी के बयान धारा 498 ए के तहत स्वीकार्य: उच्चतम न्यायालय

उन्होंने दावा किया कि इन क्षेत्रों में हिंसा पीड़ितों से मिलने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज तक नहीं गये और हिंसा करने वाले लोगों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर 50-55 वर्षों तक अल्पसंख्यकों को कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक तक ही सीमित रखा जबकि उनके विकास व संबल के लिये पहले अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार ने काम किया और अब पिछले आठ वर्षों से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कार्य हो रहे हैं. पूनिया ने कहा कि सोनिया गांधी को गहलोत को किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा करने का निर्देश देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कांग्रेस के शासन में जनहित के मुद्दों की आवाज उठाने वाले पत्रकारों व भाजपा नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र करके झूठे मुकदमे दर्ज करवाये जा रहे हैं.