Red Planet Mars: सीएनएसए ने एक बयान में कहा कि झूरोंग जिस जगह सतह पर उतरा था, वहां से करीब 10 मीटर की दूरी पर उसने एक रिमोट कैमरा लगाया था और फिर उसने कई तस्वीरें लीं. जिसमें लाल ग्रह (Red Planet) की धूल भरी और चट्टानी सतह (Dusty and Rocky Martian Surface) पर रोवर (Chinese Rover) नजर आया. चीन ने पिछले महीने मंगल की सतह पर रोवर के साथ तियानवेन-1 अंतरिक्ष यान को उतारा था. इससे पहले यान करीब तीन महीने मंगल की कक्षा में था. अमेरिका के बाद मंगल की सतह पर अंतरिक्ष यान भेजने वाला चीन दूसरा देश है.
यान के ऑर्बिटर और लैंडर दोनों पर छोटे चीनी झंडे लगे हैं. लैंडर पर 2022 बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक एवं पैराओलंपिक के शुभंकर की आकृति भी है. छह पहियों वाला रोवर उस स्थान का सर्वेक्षण कर रहा है जिसे यूटोपिया प्लानिशिया कहा जाता है. रोवर मंगल की सतह पर विशेषकर पानी या बर्फ के संकेतों की तलाश कर रहा है जिससे कि ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाया जा सके. यह भी पढ़ें: नासा का परसेवेरेन्स रोवर मंगल ग्रह की ओर रवाना, जानें इस अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी 10 रोचक बातें
झूरोंग की ऊंचाई 1.85 मीटर (छह फुट) है और यह अमेरिका के परसेवियरेंस रोवर से छोटा है. परसेवियरेंस रोवर एक छोटे हेलीकॉप्टर के साथ ग्रह का अवलोकन कर रहा है. नासा को उम्मीद है कि उसका रोवर जुलाई में ग्रह से नमूने एकत्रित कर 2031 से पहले जल्द से जल्द धरती पर वापस आ जायेगा.
चीन अपनी महात्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम योजनाओं के तहत अगले सप्ताह अपने नए अंतरिक्ष स्टेशन में पहले चालक दल को भेजेगा. चालक दल के तीन सदस्यों की तियान्हे (हेवेनली हारमनी) स्टेशन पर करीब तीन महीने ठहरने की योजना है जो पूर्व के किसी भी चीनी अभियान से अधिक समय वाला है. इस दौरान ये सदस्य अंतरिक्ष में चहलकदमी, निर्माण, रखरखाव का काम और वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे.