चीन की देश के चिकित्सकों को इस साल के अंत तक कोरोना वायरस का टीका लगाने की योजना है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के दौरान उनकी रक्षा हो सके. स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को बताया कि चीन में सोमवार को कोविड-19 संक्रमण के 11 नए मामलों की पुष्टि हुई और एक भी संक्रमित व्यक्ति की मौत नहीं हुई. उसने बताया कि 11 नए मामलों में से चार विदेश से आए संक्रमित लोगों के मामले हैं. चीन में सोमवार तक संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 82,758 हो गए.
आयोग ने बताया कि सोमवार को किसी संक्रमित व्यक्ति की मौत नहीं हुई. देश में इस बीमारी से 4,632 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा देश में 37 ऐसे नए मामले भी सामने आए हैं जिनमें संक्रमण की पुष्टि हुई है लेकिन उनमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं. हालांकि चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि सैकड़ों चीनी नागरिक विदेशों से लौट रहे हैं, ऐसे में यह बीमारी चीन में दोबारा जोर पकड़ सकती है.
चीनी स्वास्थ्य विशेषज्ञ झांग वेनहोंग ने कहा कि इस साल नवंबर में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ सकते हैं लेकिन तब तक देश इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हो गया होगा. चीनी रोग नियंणत्र एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के निदेशक गाओ फु ने कहा कि आपात स्थिति में कुछ चीनी चिकित्सकों को कोरोना वायरस से बचने के लिए टीके भी लगाए जा सकते हैं. सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने फु के हवाले से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हम सभी के संयुक्त प्रयास से हम इस संक्रमण से बचने के लिए टीका विकसित कर सकते हैं.’’ चीन ने कोविड-19 संबंधी टीके के नैदानिक परीक्षण के लिए तीन उम्मीदवारों को मंजूरी दी है.
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