पंजाब के मुख्य सचिव को वित्तीय कर आयुक्त के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्त किया गया
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चंडीगढ़, 13 मई राज्य के मंत्रियों के साथ तनातनी के तीन दिन बाद पंजाब के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह को मंगलवार रात को वित्तीय कर आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया।

यहां जारी एक आदेश के अनुसार, प्रधान सचिव (जल संसाधन) ए वेणु प्रसाद अब वित्तीय कर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।

आदेश में कहा गया है कि चूंकि प्रसाद 20 मई तक अवकाश पर हैं तो प्रधान सचिव अनिरुद्ध तिवारी वित्तीय कर आयुक्त पद का कामकाज देखेंगे।

करण अवतार सिंह को अनौपचारिक रूप से वित्तीय कर आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करने का कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब आबकारी नीति के संशोधन पर शनिवार को हुई एक बैठक में उनके और पंजाब के मंत्रियों के बीच ठन गई थी।

ऐसी खबर है कि बैठक में प्रौद्योगिकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आबकारी नीति में शराब बेचने वालों को कोई राहत देने का विरोध किया था। चन्नी के बोलने के बाद मुख्य सचिव ने कथित तौर पर बेहद ‘‘रूखे ढंग से’’ जवाब दिया था।

इसके बाद वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और चन्नी बैठक छोड़कर चले गए। इसके कुछ देर बाद कुछ अन्य मंत्री भी बैठक छोड़कर चले गए। इसके कारण उस दिन होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक भी टल गई थी।

हालांकि, सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बादल ने कहा था कि मंत्रिमंडल के समक्ष करण अवतार सिंह का ‘‘रवैया, हाव-भाव और बातचीत का ढंग’’ मुख्य सचिव पद के व्यक्ति को शोभा नहीं देता।

बादल और चन्नी दोनों ने सोमवार को कहा था कि वह ऐसी किसी बैठक में भाग नहीं लेंगे जिसमें राज्य के मुख्य सचिव शामिल होंगे। इससे राज्य के मंत्रियों और शीर्ष नौकरशाह के बीच तनातनी बढ़ गई।

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