नयी दिल्ली, दो अक्टूबर केंद्र ने शनिवार को किसानों के हित में पंजाब और हरियाणा में तीन अक्टूबर से धान खरीद शुरू करने का आदेश जारी किया।
हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण 11 अक्टूबर तक खरीद स्थगित करने के केंद्र के पहले के फैसले का दोनों राज्यों में किसानों ने विरोध किया था।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा पंजाब और हरियाणा की सरकारों को भेजे गये पत्र में लिखा गया है, ‘‘मुझे यह सूचित करने का निर्देश दिया गया है कि किसानों के हित में हरियाणा और पंजाब राज्यों में 2021-22 खरीफ विपणन सत्र के लिए तीन अक्टूबर, 2021 से धान की खरीद शुरू करने का निर्णय लिया गया है।’’
पत्र में कहा गया है कि धान की खरीद, 2021-22 खरीफ विपणन सत्र के लिए निर्धारित एफएक्यू (उपयुक्त और औसत गुणवत्ता) मानदंडों के अनुसार की जानी चाहिए।
एक अलग बयान में केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने कहा कि ‘‘उसका मानना है कि पंजाब और हरियाणा में तीन अक्टूबर से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर धान की खरीद शुरू करने का फैसला किसानों और उपभोक्ताओं के समग्र हित में है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के पीडीएस के तहत लाखों उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्तापूर्ण खरीद सुनिश्चित करने के लिए एफएक्यू विनिर्देशों के अनुसार धान स्टॉक स्वीकार करें।’’
खरीफ फसलों, धान और बाजरा की खरीद पहले एक अक्टूबर से शुरू होनी थी, लेकिन भारी बारिश के कारण केंद्र सरकार ने 11 अक्टूबर तक खरीद स्थगित कर दी थी क्योंकि ताजा आवक में नमी की मात्रा अनुमतियोग्य सीमा से अधिक थी।
इस फैसले ने किसानों को नाराज कर दिया और उनमें से कई ने शनिवार को दोनों राज्यों के कई हिस्सों में विरोध किया, कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के घरों का घेराव किया।
करनाल में मुख्यमंत्री खट्टर के घर के पास किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और उन्हें पानी की बौछारों का सामना करना पड़ा।
पंजाब में, किसानों ने रूपनगर में राज्य विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह और मोगा में विधायक हरजोत कमल सहित कई कांग्रेस विधायकों के आवासों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
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