जरुरी जानकारी | कैबिनेट सचिव की अगुवाई वाली समिति सात अगस्त को करेगी आरबीआई के डिप्टी गवर्नर का चयन

नयी दिल्ली, 26 जुलाई कैबिनेट सचिव की अगुवाई वाली खोज समिति सात अगस्त को रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर पद के लिए छांटे गए उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेगी। पहले यह साक्षात्कार 23 जुलाई को होना था, लेकिन कुछ कारणों से इसे टाल दिया गया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

केंद्रीय बैंक के वरिष्ठतम डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन ने अपने विस्तारित कार्यकाल के पूरा होने से तीन महीने पहले 31 मार्च को स्वास्थ्य कारणों से पद छोड़ दिया था। उसके बाद से यह पद रिक्त है। विश्वनाथन 39 साल तक केन्द्रीय बैंक से जुड़े रहे।

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सूत्रों ने बताया कि वित्तीय क्षेत्र नियामक नियुक्ति खोज समिति (एफएसआरएएससी) के पास आठ नामों की सूची है जिनका वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये साक्षात्कार लिया जाएगा।

साक्षात्कार के बाद चुने गए उम्मीदवार का नाम अंतिम मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास भेजा जाएगा। एफएसआरएएससी में कैबिनेट सचिव के अलावा रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्तीय सेवा सचिव और दो स्वतंत्र सदस्य शामिल हैं।

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डिप्टी गवर्नर का यह पद केंद्रीय बैंक के आंतरिक उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। रिजर्व बैंक अधिनियम के अनुसार केंद्रीय बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होते हैं। इनमें दो केंद्रीय बैंक से, एक वाणिज्यिक बैंकर और एक अर्थशास्त्री होता है, जो मौद्रिक नीति विभाग की अगुवाई करता है। अभी रिजर्व बैंक के तीन डिप्टी गवर्नर बीपी कानूनगो, एम के जैन और माइकल देवव्रत हैं।

इससे पहले इसी साल सरकार ने कानूनगो का कार्यकाल तीन अप्रैल से एक साल के लिए बढ़ा दिया था। डिप्टी गवर्नर की नियुक्ति तीन साल के लिए होती है। उसका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। डिप्टी गवर्नर को प्रति माह 2.25 लाख रुपये का निश्चित वेतन और भत्ता मिलता है।

अजय

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