लखनऊ: कोरोना महामारी को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भी दूसरे अन्य राज्यों की तरह इस महामारी की चपेट में हैं. हर दिन कोरोना के मामलों में हो रहे बढ़ोतरी को लेकर योगी सरकार की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के मामले राज्य में रोका जा सके पूरे राज्य में शनिवार और रविवार को पूर्ण रूप से लॉकडाउन के घोषणा है. इसके बाद भी राज्य में कोरोना के मामले कम होने की अपेक्षा बढ़ते ही रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना पीड़ितों के डिस्चार्ज को लेकर एक नई घोषणा हुई है.
सरकार द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार जिस किसी के अंदर माइल्ड कोरोना के सिस्टम पाए जाएंगे. उन्हें दस दिन या फिर सात दिन के इलाज के बाद उनके अन्दर कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई देने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जायेगा. वहीं डिसस्चार्ज होने के बाद उन्हें 8 दिन तक अपने परिवार के सदस्यों से दूर आइसोलेशन में रहना होगा. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने UP में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर साधा निशाना, कहा- जांच पर ध्यान नहीं देने और आंकड़ों की बाजीगरी के कारण राज्य में तेजी से बढ़ा मामला
Mild asymptomatic patients admitted in COVID facility will be discharged 10 days after their initial testing or 7 days after being admitted (whichever comes later) if they show no symptoms. After being discharged they'll have to be in mandatory home isolation for 8 days: UP govt
— ANI UP (@ANINewsUP) July 21, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश अब तक कोरोना के 54 हजार से ज्यादा मामले पाए जा चुके हैं. वहीं 30,831 लोग इस महामारी को मात देते हुए ठीक हुए हैं. जबकि 1,192 लोगों की जान गई है.