ब्रह्मपुर, 15 सितंबर ओडिशा स्थित ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय राज्य के पूर्वी घाट के सम्पूर्ण क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष का अध्ययन करेगा।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) ने विश्वविद्यालय को अध्ययन परियोजना (एक दीर्घकालिक अध्ययन) की जिम्मेदारी सौंपी है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘‘ओडिशा के पूर्वी घाटों में मानव-वन्यजीव संघर्षों के सामाजिक-पारिस्थितिकी सामंजस्य के लिए हस्तक्षेप मॉडल’’ अध्ययन की यह पांच-वर्षीय परियोजना होगी। इसका उद्देश्य हाथी, काला हिरण, तेंदुआ और सांप सहित चार विभिन्न जानवरों से संबंधित मानव-वन्यजीव संघर्ष में सामंजस्य स्थापित करना है।
विश्वविद्यालय की कुलपति गीतांजलि दास ने बताया कि आईसीएसएसआर ने इस परियोजना के लिए दो करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का पर्यावरण विज्ञान विभाग; महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर; एक्सआईएम विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर तथा युवा एवं सामाजिक विकास केंद्र (सीवाईएसडी) के सहयोग से यह अध्ययन करेगा।
दास ने बताया कि अध्ययन पूरा होने के बाद विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष के समाधान के लिए सामाजिक-आर्थिक और प्रौद्योगिकी मॉडल के कार्यान्वयन के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को नीतिगत सिफारिश करेगा।
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