नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में शनिवार को छठ पूजा (Chhath Puja) को लेकर राजनीति उस वक्त और तेज हो गयी जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर पूर्वांचलियों को पूजा के लिये जरूरी घाट तैयार नहीं करने देने का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी से छठ पूजा पर ‘गंदी राजनीति’ बंद करने तथा लोगों को दिल्ली में छठ पूजा मनाने देने की अपील की. Chhath Puja 2021: छठ पूजा पर घर जाने वालों के लिए स्पेशल ट्रेन, रेल एवं कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने भोजपुरी में दी खुशखबरी
आप के विधायक संजीव झा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में आगाह करते हुये कहा, ‘‘अगर, वे (भाजपा) छठ पूजा पर गंदी राजनीति जारी रखेंगे तो पूर्वांचल के लोग उन्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे.’’ आप के इन आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुये सत्तारूढ दल पर मामले में तनाव पैदा करने का आरोप लगाया है.
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीन शंकर कपूर ने बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि वे आप नेताओं के ‘उकसावे वाले बयानों’ पर कोई ध्यान नहीं दें. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस साल यमुना नदी के किनारे छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है.
हालिया आदेश में प्राधिकरण ने कहा कि राजधानी में पूजा की अनुमति यमुना तटों को छोड़कर कुछ अन्य खास स्थानों पर होगी. इसके बाद झा ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से यमुना के किनारे छठ पूजा का आयोजन करने की अनुमति देने का आग्रह किया और कहा कि व्रतियों के पूजा करने से पहले घाटों को साफ कर दिया गया है.
आप विधायक ने आरोप लगाया, ‘‘हालांकि एलजी साहब ने भाजपा के कहने पर यमुना तटों पर छठ पूजा समारोहों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है.’’ झा ने आरोप लगाया, ‘‘भारतीय जनता पार्टी अब छठ पूजा समारोहों का आयोजन डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) एवं नगर निगमों की जमीन पर भी करने से रोकने की कोशिश कर रही है. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा पूर्वांचल के लोगों से घृणा करती है.’’
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