जयपुर, 11 अक्टूबर भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद नाराजगी दिखाने वाले पार्टी नेताओं को मनाने की कोशिश शुरू कर दी है जिसके तहत पार्टी के राज्य प्रभारी अरुण सिंह ने बुधवार को नरपत सिंह राजवी से उनके आवास पर मुलाकात की।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट नहीं मिलने के बाद सिंह ने कुछ असंतुष्टों को मनाने के लिए फोन पर भी बात की।
भाजपा ने असंतुष्टों को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में एक पैनल भी गठित किया है।
वैसे चौधरी से संपर्क नहीं हो सका।
भाजपा की 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के तुरंत बाद, टिकट के कम से कम आठ निराश दावेदारों - या उनके समर्थकों - ने मंगलवार को पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
असंतुष्टों में जयपुर के झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, विद्याधर नगर से पूर्व मंत्री नरपत सिंह राजवी, कोटपूतली से नेता मुकेश गोयल, भरतपुर के नगर से पूर्व विधायक अनीता सिंह, बानसूर से पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा, किशनगढ़ से पार्टी नेता विकास चौधरी, देवली-उनियारा से राजेंद्र गुर्जर और तिजारा से मामन सिंह यादव शामिल हैं।
राजवी के निजी सहायक मनीष कुमार की ओर से एक बयान में बताया गया कि राजवी ने किसी भी समाचार पत्र अथवा न्यूज चैनल को कोई वक्तव्य नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर को भैरोसिंह शेखावत के जन्म शताब्दी दिवस के सफल आयोजन के लिये बैठक चल रही है, अत: जब भी मीडिया से बातचीत करनी होगी, सभी को सूचित कर दिया जायेगा।
भाजपा की ओर से घोषित 41 उम्मीदवारों में से केवल चार महिलाएं हैं जबकि 12 वे हैं जिन्हें पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में भी मैदान में उतारा था।
भाजपा ने जिन 41 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सूची जारी की है, उनमें छह अनुसूचित जाति और 10 अनुसूचित जनजाति सीट हैं।
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