मादीकेरी (कर्नाटक), 14 अप्रैल : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने, किसानों की आय दोगुनी करने समेत अन्य अधूरे वादों को फिर से उठाया और भाजपा के घोषणापत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार ने कभी कोई वादा पूरा नहीं किया और न ही भविष्य में करेगी. सिद्धरमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों में क्या किया है, इसकी समीक्षा होनी चाहिए. सिद्धरमैया ने यहां भाजपा के घोषणापत्र के बारे में सवाल पूछे जाने पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ''क्या उन्होंने (भाजपा) पहले किये वादों को पूरा किया? इस पर चर्चा होनी चाहिए. क्या उन्होंने (प्रत्येक बैंक खाताधारक को) 15 लाख रुपये दिए.
क्या उन्होंने (प्रति वर्ष) दो करोड़ रोजगार का सृजन किया. क्या उन्होंने किसानों की आय दोगुनी की, क्या उन्होंने 'मेक इन इंडिया' पहल को पूरा किया. क्या अच्छे दिन आये. क्या सभी खाद्य उत्पादों और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम हुईं.'' उन्होंने कहा कि भाजपा नीत सरकार ने कभी भी कोई वादा पूरा नहीं किया और न ही भविष्य में पूरा करेगी. उन्होंने कहा, ''वे (भाजपा) अलग-अलग वादे तो करते हैं. उदाहरण के तौर पर कर्नाटक में 2018 विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने (भाजपा ने) छह सौ वादे किए थे लेकिन साठ भी पूरे नहीं किए. उन्हें पहले यह बताना होगा कि उन्होंने 10 वर्षों में क्या किया. उसके बाद ही वे कह सकते हैं कि भविष्य में क्या करेंगे. मोदी 10 साल से प्रधानमंत्री हैं, इस दौरान क्या किया पहले इसकी समीक्षा करनी होगी.'' यह भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव : कर्नाटक में राजग की ओर से तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की किस्मत दांव पर
प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को भाजपा का घोषणापत्र जारी किया, जिसमें गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा भले ही रोजगार सृजन के दावे कर रही हो लेकिन उनसे (भाजपा) पूछना चाहिए कि देश में बेरोजगारी का मुद्दा बढ़ा है या कम हुआ है. उन्होंने पूछा, ''उनके (भाजपा) सत्ता में आने के बाद बेरोजगारी बढ़ी है. सरकार ने 21 करोड़ नौकरियां किसको देने का वादा किया था .’’