भागलपुर, 18 अक्टूबर : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा हिंदुओं के सामने मौजूद "खतरे" का सबूत है और देश में बहुसंख्यक होने के बावजूद उन्हें "संगठित" होने की जरूरत है. वरिष्ठ भाजपा नेता अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय से लगभग 150 किलोमीटर दूर भागलपुर जिले से अपनी "हिंदू स्वाभिमान यात्रा" शुरू करने से पहले पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "यह यात्रा मेरी पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम नहीं है. मैं हिंदू के रूप में पैदा हुआ हूं और हिंदू के रूप में ही मरूंगा और इसलिए, मेरा कर्तव्य है कि मैं यह सुनिश्चित करने की दिशा में प्रयास करूं कि मेरा समुदाय सुरक्षित रहे."
उन्होंने कहा, "हिंदू संगठित नहीं हैं, यही कारण है कि बहुसंख्यक होने के बावजूद वे खतरे में हैं. बहराइच में दुर्गा पूजा जुलूस पर हमला किया गया. बिहार के सीतामढ़ी जिले में भी ऐसी ही घटना हुई. ऐसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जबकि हिंदुओं ने मुहर्रम के दौरान मुसलमानों द्वारा निकाले जाने वाले ताजिया जुलूसों का कभी अनादर नहीं किया. मैं खुद कई मौकों पर ताजिया जुलूसों का हिस्सा रहा हूं." यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश: रविवार को होने वाली यूपीपीएससी परीक्षा के संभावित पेपर लीक की जांच शुरू
केंद्रीय मंत्री ने "बांग्लादेश में हिंदू बहनों द्वारा झेले जा रहे अपमान" और "पाकिस्तान में इस समुदाय के लगभग विलुप्त होने" पर भी अफसोस जताया. साथ ही उन्होंने "देश के विभाजन के समय जनसंख्या का पूर्ण आदान-प्रदान सुनिश्चित करने की आंबेडकर की सलाह" पर ध्यान नहीं देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी निशाना साधा. सिंह की यात्रा भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर बाबा बूढ़ानाथ मंदिर से शुरू हुई, जहां धार्मिक नेताओं ने उन्हें एक विशाल त्रिशूल भेंट किया. सिंह ने कहा कि उन्होंने भागलपुर को अपनी यात्रा के लिए चुना क्योंकि इस शहर में "कई पुराने घाव" हैं. उनका इशारा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच झड़पों की विभिन्न घटनाओं की ओर था. सिंह की यह यात्रा अगले कुछ दिनों में राज्य के कई जिलों से गुजरेगी. राजद जैसे विपक्षी दलों ने उनकी इस यात्रा की आलोचना की वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) जैसे सहयोगियों ने सांप्रदायिक तनाव को लेकर चिंता व्यक्त की है.
सिंह की यात्रा को लेकर भाजपा के भीतर अस्पष्टता दिख रही है. भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप जायसवाल ने दावा किया कि उन्हें कार्यक्रम के बारे में जानकारी नहीं है. उन्होंने जोर दिया कि पार्टी "सबका साथ सबका विकास" के आदर्श वाक्य का पालन कर रही है. हालांकि, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि "वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री होने के अलावा, गिरिराज सिंह अपने धर्म के प्रति भी प्रतिबद्ध हैं. वह उसे पूरा कर रहे हैं".