नई दिल्ली: बिहार (Bihar) में लौटने वाले प्रवासियों में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण, कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच रेलवे मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने सोमवार को कहा कि बिहार ने प्रतिदिन 50 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special Train) को अनुमति देने की प्रतिबद्धता जाहिर की है.
रेलवे द्वारा एक मई से ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के बाद बिहार में तीन लाख से अधिक प्रवासी वापस आ चुके हैं और पचास हजार से अधिक लोग रास्ते में हैं. श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आने के बाद से राज्य में कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि देखने को मिली है. कोरोना वायरस से बिहार में एक की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हुई
गोयल ने हिंदी में ट्वीट किया, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी है कि बिहार के प्रवासी श्रमिकों के बारे में वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के साथ मेरी सार्थक चर्चा हुई, और उन्होंने कामगारों को घर पहुंचाने के लिये 50 श्रमिक स्पेशल ट्रेन प्रतिदिन तक चलाने की स्वीकृति दी है.”
हालांकि अधिकारियों ने कहा कि देश भर में फंसे 40 लाख प्रवासियों को राज्य में लाने के लिए प्रतिदिन 50 ट्रेनें पर्याप्त नहीं हैं. एक अधिकारी ने कहा, “वास्तव में प्रवासियों को राज्य में लाने के लिए प्रतिदिन दो सौ ट्रेन चलाने की जरूरत है.”
बिहार के साथ उत्तर प्रदेश ने भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अनुमति दी है. ट्रेन चलने से प्रवासियों के लौटने के कारण महीने की शुरुआत में बिहार में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी गई थी.
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