उन्होंने तालिबान को भी चेतावनी दी कि यदि उसने अमेरिकी कर्मियों पर हमला किया या अफगानिस्तान में उनके अभियानों को बाधित किया तो अमेरिका उसके खिलाफ त्वरित और उग्र कार्रवाई करेगा.
अफगानिस्तान में अस्थिरता की स्थिति पर बाइडन ने कहा कि उनके सामने अमेरिकी सेना को वापस निकालने या ‘‘तीसरे दशक’’ के युद्ध के लिए हजारों और अमेरिकी सैनिकों को वहां भेजने का विकल्प था. उन्होंने कहा कि वह अतीत में की गयी गलतियों को नहीं दोहराएंगे. यह भी पढ़ें : Afghanistan में कब्जे के बाद जिनपिंग ने तालिबान की ओर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, संकट में भी कैसे अपना फायदा खोज रहा चीन!
अमेरिकी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी तब आयी है, जब अमेरिकी सेना की वापसी के बाद काबुल हवाईअड्डे पर अफरा-तफरी मच गयी और तालिबान के सत्ता पर कब्जा करने के बाद हजारों लोगों ने देश छोड़ने की कोशिश की.