मोहाली: भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला की शुरुआत से पहले गुरुवार को कहा कि रविचंद्रन अश्विन की क्षमता के गेंदबाज को ‘ट्रायल’ पर नहीं रखा जाता जबकि सूर्यकुमार यादव जैसी क्षमता के खिलाड़ी को विश्व कप टीम में अपनी जगह की चिंता करने की जरूरत नहीं है.
अश्विन और वाशिंगटन सुंदर को अक्षर पटेल के संभावित विकल्प के रूप में टीम में जगह दी गई है और अगर यह स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर जांघ की चोट से उबरने में नाकाम रहता है तो इन दोनों में से किसी एक को टीम में जगह मिल सकती है. IND vs AUS ODI Series 2023: टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा- भारतीय बल्लेबाज गेंदबाजी क्यों नहीं करते? पांच क्षेत्ररक्षकों का नियम दोषी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला को अश्विन और वाशिंगटन के बीच ट्रायल के रूप में देखा जा रहा है. द्रविड़ हालांकि अनुभवी ऑफ स्पिनर अश्विन के दर्जे के खिलाड़ी के लिए ‘ट्रायल’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहते.
द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि यह उसके (अश्विन के लिए) लिए ट्रायल या कुछ और है, हमें उसके स्तर का पता है. यह उसके पास इस प्रारूप में खेलने का मौका है और हम बस उसे दो या तीन मैच खेलने का मौका देना चाहते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमारे पास अश्विन जैसा खिलाड़ी है तो किसी के चोटिल होने पर हम और किस पर भरोसा कर सकते हैं, यह हमारे लिए दुआ की तरह है. यह उसके लिए खुद को परखने का मौका है क्योंकि वह लंबे समय से 50 ओवर का क्रिकेट नहीं खेला है.’’
अश्विन ने 113 मैच में 151 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए हैं लेकिन पिछले छह साल में 50 ओवर के सिर्फ दो मैच खेले हैं. अक्षर अगर टीम में जगह नहीं बना पाते हैं तो अश्विन अपने वर्षों के अनुभव के साथ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के आदर्श दावेदार होंगे.
अश्विन को 19 महीने बाद इस प्रारूप में खिलाने के कारण पर द्रविड़ ने कहा, ‘‘अश्विन जैसा खिलाड़ी आपको अनुभव देता है, आठवें नंबर पर बल्ले से योगदान देने की क्षमता. ऐसे व्यक्ति जिसके बारे में मौका बनने की स्थिति में हमने हमेशा सोचा है, जो निश्चित तौर पर हमारी योजना का हिस्सा है.’’
सूर्यकुमार के मामले में द्रविड़ ने कहा कि टीम टी20 के इस दिग्गज खिलाड़ी का इस प्रारूप में प्रभाव छोड़ने के लिए पूरा समर्थन करेगी जिसमें 27 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उनका औसत 25 से भी कम है. तो क्या सूर्यकुमार को 27 सितंबर को लेकर चिंतित होना चाहिए जिस दिन भारत अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा करेगा.
द्रविड़ ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि सूर्या को 27 सितंबर को लेकर चिंता करने की जरूरत है. इसीलिए हमने विश्व कप के लिए अपनी टीम नहीं चुनी, और सूर्या उसमें हैं और हम इसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उसका (सूर्या का) समर्थन करते हैं क्योंकि उसमें क्षमता और स्तर है जो हमने देखा है.’’
कोच ने कहा कि सूर्यकुमार अगर तीनों नहीं तो शुरुआत दो मैच में तो खेलेंगे और उन्हें भरोसा है कि यह तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करेगा. यह भी पता चला है कि श्रृंखला के दौरान तेज गेंदबाजों को रोटेट (बदलकर इस्तेमाल करना) किया जाएगा जिससे कि उन्हें विश्व कप के लिए तरोताजा रखा जा सके। इसी को देखते हुए टीम प्रबंधन ने रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को भी आराम दिया है.
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