बेंगलुरु, 21 दिसंबर कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा से संबंधित कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उथप्पा ने बाद में ‘एक्स’ पर एक बयान के माध्यम से स्पष्ट किया कि कंपनी में उनकी सक्रिय कार्यकारी भूमिका नहीं थी, न ही वह व्यवसाय के दिन-प्रतिदिन के संचालन में शामिल थे।
उथप्पा ने इस बात पर जोर दिया कि आज तक उन्होंने किसी अन्य कंपनी में कार्यकारी भूमिका नहीं निभाई जिसे उन्होंने वित्त पोषित किया है। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि उन्होंने कई साल पहले उन कंपनियों में अपने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-2 एवं वसूली अधिकारी, के.आर.पुरम, शदक्षरा गोपाल रेड्डी द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट में कहा गया है कि चूककर्ता उथप्पा से 23,36,602 रुपये वसूल किए जाने हैं।
पूर्व क्रिकेटर इंदिरानगर स्थित सेंटॉरीज लाइफस्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।
पुलकेशिनगर थाना प्रभारी कार्यालय को दिए गए अपने आदेश में वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “बकाया राशि का भुगतान न किए जाने के कारण यह कार्यालय गरीब श्रमिकों के भविष्य निधि खातों का निपटान करने में असमर्थ है। उपरोक्त के मद्देनजर, आपसे अनुरोध है कि संलग्न गिरफ्तारी वारंट को उस थाना प्रभारी के माध्यम से निष्पादित करें जिसके अधिकार क्षेत्र में रॉबिन उथप्पा रहते हैं।’’
इसमें कहा गया, ‘‘इस संबंध में आपसे अनुरोध है कि आयकर अधिनियम 1961 की द्वितीय अनुसूची के नियम 73 तथा आयकर (सीपी) नियम 1962 और कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 की धारा 8बी के अंतर्गत नियोक्ता को गिरफ्तार किया जाए तथा उसे आपके कार्यालय के माध्यम से आगे की कार्यवाही के लिए दिनांक 27 दिसंबर 2024 को या उससे पहले अधोहस्ताक्षरी के समक्ष पेश किया जाए।’’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि कहा, ‘‘क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट में उल्लिखित पता पुराना है और संबंधित व्यक्ति अब इस पते पर नहीं रहता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम दिए गए पते पर गई और सत्यापन किया। जानकारी के अनुसार, उसने एक साल पहले ही उल्लेखित घर खाली कर दिया था। हमने संबंधित अधिकारी को इसकी सूचना दे दी है। आगे का निर्णय गिरफ्तारी वारंट जारी करने वाले संबंधित अधिकारी द्वारा लिया जाएगा।’’
उथप्पा ने एक विस्तृत बयान में कहा, ‘‘मेरे खिलाफ पीएफ मामले की हालिया खबरों के आलोक में, मैं स्ट्रॉबेरी लेंसेरिया प्राइवेट लिमिटेड, सेंटॉरीज लाइफस्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड और बेरीज फैशन हाउस के साथ अपनी भागीदारी के संबंध में कुछ स्पष्टीकरण देना चाहूंगा।’’
उन्होंने बताया कि 2018-19 में उन्हें ऋण के रूप में उनके वित्तीय योगदान के कारण इन कंपनियों में निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था।
उथप्पा ने कहा, ‘‘मेरी कोई सक्रिय कार्यकारी भूमिका नहीं थी, न ही मैं व्यवसाय के दिन-प्रतिदिन के संचालन में शामिल था। यहां तक कि एक पेशेवर क्रिकेटर, टीवी प्रस्तोता और कमेंटेटर के रूप में मेरा कठिन कार्यक्रम था, इसके अलावा न तो मेरे पास समय था और न ही विशेषज्ञता थी कि मैं उनके संचालन में शामिल रहूं। मैंने आज तक जिन भी अन्य कंपनियों को वित्त पोषित किया है, उनमें कार्यकारी की भूमिका मैं नहीं निभाता हूं।’’
उथप्पा ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से ये कंपनियां मेरे द्वारा उधार दी गई धनराशि चुकाने में विफल रहीं, जिसके कारण मुझे कानूनी कार्यवाही शुरू करनी पड़ी जो वर्तमान में अदालत में विचाराधीन है। मैंने कई साल पहले अपने निदेशक पद से भी इस्तीफा दे दिया था।’’
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