गंगटोक, 4 जून : सेना के जवान उत्तरी सिक्किम के लाचेन गांव तक पैदल मार्ग बनाकर वहां फंसे 113 पर्यटकों तक पहुंच बनाने में सफल हो गए हैं. यह क्षेत्र मंगन जिले में भारी बारिश के बीच हुए कई भूस्खलनों की वजह से बाकी राज्य से पूरी तरह से कटा हुआ था. बुधवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से गांव में फंसे इन पर्यटकों को जल्द ही निकाला जाएगा. गत एक जून को छातेन में एक सैन्य शिविर में भूस्खलन के बाद लापता छह लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान भी जारी है.
बयान में कहा गया है, ‘‘सेना ने लाचेन गांव तक पैदल संपर्क स्थापित किया है और फंसे हुए 113 पर्यटकों तक पहुंच बनाई है, जिन्हें जल्द ही निकाला जाएगा.’’ भारतीय सेना के जवान उत्तरी सिक्किम में स्थानीय लोगों और फंसे हुए पर्यटकों की सहायता के लिए खतरनाक इलाकों में लगातार काम कर रहे हैं. दो दिन पहले लाचुंग और चुंगथांग से कम से कम 1,678 पर्यटकों को बचाया गया, जबकि कुछ विदेशियों और सशस्त्र बलों के परिवार के सदस्यों सहित 34 अन्य को सफलतापूर्वक हवाई मार्ग से निकाला गया. यह भी पढ़ें : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चार जून को ‘जनादेश दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की
हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित छातेन में लापता छह लोगों की तलाश के अभियान में बेहद खराब मौसम, ऊबड़-खाबड़ जमीन और चुनौतीपूर्ण ऊंचाई वाले इलाके की वजह से बाधा आई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को सिक्किम में आंधी और भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. इसमें कहा गया है कि गंगटोक, मंगन, नामची, पाकयोंग और सोरेंग जिलों में खराब मौसम बने रहने की आशंका है.













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