इटानगर, 13 जनवरी भारतीय सेना की गजराज कोर ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के कुमरोत्सर में अत्यधिक ऊंचाई वाले इलाकों में चरवाहों के लिए दो झोपड़ियों का उद्घाटन किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ये झोपड़ियां बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए सेना के प्रयासों के तहत बनाई गई हैं।
इन्हें क्षेत्र में चरवाहों और नागरिकों को आवश्यक आश्रय और सहायता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
बयान में कहा गया है कि यह पहल दूरदराज के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की सहायता करने और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना के सतत प्रयास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सेना द्वारा निर्मित ये झोपड़ियां अत्यधिक ऊंचाई वाले दुर्गम इलाकों में चरवाहों और नागरिकों के लिए सुरक्षित और आरामदायक आश्रय की लंबे समय से चली आ रही जरूरत को पूरा करती हैं।
बयान के अनुसार, ये आश्रय स्थल खराब मौसम की स्थिति के दौरान सुरक्षित आश्रय के रूप में काम करेंगे और साथ ही पशुओं के लिए सुरक्षित वातावरण भी प्रदान करेंगे।
इसमें कहा गया है कि कि भारतीय सेना दुर्गम क्षेत्रों में स्थानीय समुदाय की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बयान में कहा गया है कि कुमरोत्सर में इन दो झोपड़ियों की स्थापना जरूरतमंद लोगों को आवश्यक सेवाएं और बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए सेना के प्रयासों का प्रमाण है।
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