मुंबई, 24 जून : जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने बृहस्पतिवार को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कदम रखने की घोषणा की. उन्होंने सौर फोटोवोल्टिक सेल, हरित हाइड्रोजन, बिजली स्टोरज बैटरी और फ्यूल सेल के विनिर्माण को लेकर अगले तीन साल में बड़ी क्षमता के चार विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिये 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया. कंपनी की 44वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रिलायंस 1,00,000 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन क्षमता लगाएगी. अंबानी ने कहा, ‘‘हमने नये ऊर्जा परिवेश के लिये जरूरी सभी महत्वपूर्ण उपकरणों के विनिर्माण और एकीकरण को लेकर चार बड़े...सौर फोटोवोल्टिक मोड्यूल कारखाना, ऊर्जा भंडारण बैटरी कारखाना, इलेक्ट्रोलाइजर कारखाना तथा फ्यूल सेल कारखाना... विनिर्माण संयंत्र लगाने की योजना बनायी है.’’
इन चारों विनिर्माण संयंत्रों में कुल 60,000 करोड़ रुपये के निवेश किये जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, हम मूल्य श्रृंखला, भागीदारी और खोज एवं उत्पादन तथा परिष्करण एवं विपणन समेत भविष्य की प्रौद्योगिकियों में 15,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे.’’ उल्लेखनीय है कि पिछले साल अंबनी ने कंपनी के लिए अगले 15 साल यानी 2035 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा था. यह भी पढ़ें : शबाना आज़मी ने शराब आपूर्ति प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया
उन्होंने कहा, ‘जीवाश्म (कोयला, पेट्रोल और डीजल) ईंधन से करीब तीन सदी तक आर्थिक वृद्धि को गति मिली. हम अब बहुत लंबे समय तक इसे जारी नहीं रख सकते.’’ अंबानी ने कहा, ‘‘वर्ष 2016 में हमने डिजिटल अंतर खत्म करने के लिये जियो पेश किया. अब 2021 में, हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं. इसका लक्ष्य भारत और दुनिया में हरित ऊर्जा को लेकर अंतर को दूर करना है.’