Sarai Kale Khan Chowk: दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक रख दिया गया है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर ये ऐलान किया है. बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और आदिवासी समुदाय के प्रेरणास्त्रोत थे. वह मुंडा जनजाति से आते थे और ब्रिटिश राज के खिलाफ विद्रोह करने वाले प्रमुख आदिवासी नेताओं में से एक थे. 19वीं शताब्दी के अंत में, उन्होंने बंगाल प्रेसीडेंसी (वर्तमान झारखंड क्षेत्र) में ब्रिटिश शासन और उनकी शोषणकारी नीतियों के खिलाफ एक धार्मिक-सामाजिक आंदोलन की शुरुआत की.
बिरसा ने अपने लोगों को अपनी संस्कृति, भूमि और अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया और ब्रिटिश सत्ता के अन्याय का पुरजोर विरोध किया. उनके इस योगदान ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी और आदिवासी समाज में जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
दिल्ली का 'सराय काले खां' हुआ 'बिरसा मुंडा चौक'
#BREAKING | दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदला गया
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— ABP News (@ABPNews) November 15, 2024
स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर उनके योगदान को स्मरण करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है. हालांकि, इसे झारखंड विधानसभा चुनावों से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि बिरसा मुंडा झारखंड क्षेत्र से संंबंध रखते थे और उन्होंने आजीवन आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था.