Japan's Princess Yuriko Death: जापान की राजकुमारी युरीको का हाल ही में स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण निधन हो गया. वह 101 वर्ष की थीं. युरीको जापान के सम्राट हिरोहितो के भाई की पत्नी थीं और रॉयल फैमिली की सबसे पुरानी सदस्य थीं. राजमहल अधिकारियों के अनुसार, उनका निधन शुक्रवार को टोक्यो के एक अस्पताल में हुआ. हालांकि, निधन का कारण आधिकारिक रूप से नहीं बताया गया, लेकिन जापानी मीडिया ने दावा किया कि वह निमोनिया से पीड़ित थीं.
जन्म और शादी
राजकुमारी युरीको का जन्म 1923 में एक कुलीन परिवार में हुआ था. उन्होंने 18 वर्ष की आयु में सम्राट हिरोहितो के छोटे भाई, प्रिंस मिकासा से शादी की थी, जो वर्तमान सम्राट नारुहितो के चाचा थे. यह शादी द्वितीय विश्व युद्ध के शुरू होने से कुछ महीने पहले हुई थी.
युद्ध के बाद की कहानी
युरीको ने अपने पति मिकासा और अपनी बेटी के साथ, 1945 में टोक्यो में हुए अमेरिकी बमबारी में अपने घर को जलते हुए देखा था. इस हादसे के बाद, वे शरणार्थी शिविर में रहे थे.
परिवार और सामाजिक कार्य
युरीको ने पांच बच्चों को जन्म दिया और अपने पति के प्राचीन मध्य-पूर्व इतिहास के शोध में उनका समर्थन किया. इसके साथ ही, उन्होंने अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन किया और कई सामाजिक कार्यों में भाग लिया. वह अपने पति और तीन बेटों से पहले ही गुजर चुकी थीं.
BREAKING NEWS: Princess Yuriko, wife of Prince Mikasa and sister-in-law of Emperor Showa, has died from pneumonia at 101. https://t.co/b2SRlfyHHr
— The Japan Times (@japantimes) November 14, 2024
राजशाही संकट
युरीको का निधन जापान की सम्राट परिवार की संख्या को घटाकर 16 कर देता है, जिसमें केवल चार पुरुष सदस्य रह गए हैं. जापान सरकार इस समय इस संकट से जूझ रही है, क्योंकि केवल पुरुषों को ही सम्राट बनाने का अधिकार है, और महिलाओं के लिए इस पद तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है. इसके कारण, महिलाओं के बिना सम्राट परिवार का भविष्य संकट में है.
युरीको का स्वस्थ जीवन
युरीको ने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद भी स्वस्थ जीवन जीने का प्रयास किया. वह हर सुबह व्यायाम करती थीं, टेलीविजन पर फिटनेस प्रोग्राम देखती थीं और समाचार पत्रों और पत्रिकाओं को पढ़ने का आनंद लेती थीं. उन्हें बास्केटबॉल और समाचार देखने का भी शौक था. हालांकि, मार्च में उनका स्ट्रोक और निमोनिया के कारण स्वास्थ्य बिगड़ने लगा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.