UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने (Akhilesh Yadav) मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने के लिये राष्ट्रीय लोकदल (RLD) तथा शिवपाल यादव की पार्टी सहित कई छोटी पार्टियों के साथ सपा का गठबंधन होगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही कृषि क्षेत्र में लायें गये तीनो कानूनों को उत्तर प्रदेश में लागू नही किया जायेगा तथा इसके अलावा मंडी नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा. यह भी पढ़े: UP Assembly Elections 2022: क्या BJP को बड़ा झटका देने की तैयारी में है अखिलेश यादव, प्रदेश की सियासत में आ सकता है नया मोड़
मंगलवार शाम एक निजी समाचार चैनल के 'मंथन-2021' कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, '' आरएलडी और समाजवादी पार्टी का लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन था. आने वाले विधानसभा चुनाव में दोनो पार्टियां साथ लडेंगी । इसके साथ साथ और भी दल हैं जैसे, महान दल हैं, संजय चौहान का दल हैं तथा और भी दलों से बातचीत हो रही हैं वे भी सपा के साथ आयेंगे और हम सब मिलकर लडेंगे । सीटों के बारे में भी बातचीत हो गयी है लेकिन अभी उसका खुलासा नहीं करेंगे .
उन्होंने गठबंधन की रणनीति के बारे में कुछ भी खुलासा करने से इंकार कर दिया.अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनके साथ भी होगा, कुछ चींजे हम लोगो पर छोड़ दीजिये.
आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में पूछने पर अखिलेश ने कहा कि ''उन्होंने 403 सीटों पर या कुछ एलान किया है। उन्होंने अपनी कुछ सूची भी जारी कर दी है . कांग्रेस पार्टी के साथ किसी गठबंधन के सवाल को उन्होंने टालते हुये कहा कि समाजवादी पार्टी केवल छोटे दलों के साथ गठबंधन कर आगामी विधानसभा चुनाव लडे़गी. जब उनसे यह पूछा गया कि अगर विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार बन गयी तो पहले वह कौन से काम होंगे जो किसानों के लिये किये जायेंगे, तबर अखिलेश ने कहा,''समाजवादी पार्टी ने पहले भी किसानों के लिये काम किये हैं . पहला फैसला कि जो ये काले कानून बड़े-बड़े उदयोगपतियों के लिये पास हुये हैं, उन्हें उत्तर प्रदेश में लागू नही किया जायेंगा. दूसरा फैसला यह होगा कि मंडी नेटवर्क में अगर कही असुविधा है तो उनको दूर करके और तकनीक का इस्तेमाल कर नये तरीके से लायेंगे ताकि किसानों को उनका स्थान मिल जायें.
एक अन्य सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''इस बार जनता तैयार है कि वह प्रदेश में प्रगतिशील सरकार बनाए और जो सरकार बने वह राज्य को खुशहाली के रास्ते पर ले जाए.प्रगतिशील सरकार उसको मानेंगे जो आधारभूत ढांचे पर काम करें, आज राज्य में जो एक्सप्रेस वे दिखाई दे रहे है, पुरानी सरकार ने शुरू किये थे. भाजपा के लोगो ने कोई काम नही किया बल्कि बिजली के बिल को बढ़ा दिया.
यादव ने कहा कि ''2022 का चुनाव प्रदेश को नयी सरकार मिलने का चुनाव होगा, साढे चार साल में उप्र ने देखा हैं कि किस तरीके से राज्य को पीछे ले जाया गया है. इस सरकार से जनता का भरोसा टूटा हैं, किसान आज भी इंतजार कर रहे हैं कि कब उनकी आय दोगुनी होगी, किसानों का अभी तक गन्ने का भुगतान नही हो पाया, एक युनिट बिजली तक सरकार ने नही बनायी बल्कि बिजली के दाम बढ़ा दिये । आज सिंचाई मंहगी हो गयी. उन्होंने आरोप लगाया कि कभी कभी तो ऐसा लगता हैं कि भाजपा के लोग अपने प्रचार का झूठा प्रशिक्षण केंद्र चला रहे हैं.
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