छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 25 सितंबर : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्रपति संभाजीनगर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात की. मंगलवार रात हुई इस मुलाकात की विस्तृत जानकारी पता नहीं चल पाई, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुलाकात सकारात्मक रही और ‘‘सब कुछ ठीक चल रहा है.’’ बैठक के बाद जब पत्रकारों ने हवाई अड्डे पर शिंदे से सीट बंटवारे के बारे में पूछा तो मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बैठक सकारात्मक रही और जल्द फैसला लिया जाएगा. समन्वय के साथ बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है.’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह मंगलवार से महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं. सत्तारूढ़ महायुति के सहयोगी दलों, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के बीच राज्य विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जारी है. महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार रात को बैठक के लिए छत्रपति संभाजीनगर में एक होटल पहुंचे. उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी बाद में वहां पहुंचे और बैठक देर रात करीब साढ़े 12 बजे तक चली. शिंदे और राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री बाद में रात करीब पौने 12 बजे चिकलथाना हवाई अड्डा के लिए रवाना हुए. होटल में किसी नेता ने मीडियाकर्मियों से बात नहीं की. यह भी पढ़ें : आज पुलिस सुरक्षा में होगा बदलापुर रेप आरोपी अक्षय शिंदे का अंतिम संस्कार, एनकाउंटर पर परिवार ने उठाए सवाल
मुख्यमंत्री शिंदे ने बाद में कहा, ‘‘बैठक सकारात्मक थी और जल्द फैसला किया जाएगा. समन्वय के साथ बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है.’’ पिछले सप्ताह भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि महायुति गठबंधन के घटक दलों में विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 70 से 80 प्रतिशत सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर आम सहमति बनी है. उन्होंने संकेत दिया कि चुनाव में टिकट वितरण के लिए जीत की संभावना को मानदंड बनाया जाएगा. मौजूदा विधानसभा में भाजपा 103 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, उसके बाद शिवसेना के 40, राकांपा के 41, कांग्रेस के 40, शिवसेना (यूबीटी) के 15, राकांपा (एसपी) के 13 और अन्य से 29 विधायक हैं. कुछ सीटें खाली हैं.