नयी दिल्ली, 15 जून अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में मंगलवार को मिला-जुला रुख रहा। एक दिन पहले सोमवार को समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आयी थी।
बंदरगाह, ऊर्जा समेत विभिन्न कारोबार से जुड़े अडाणी समूह ने सोमवार को कहा कि उसके पास इस बात की लिखित जानकारी है कि समूह की कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले मारीशस में पंजीकृत तीन विदेशी कोषों के खातों पर लेन-देन की रोक नहीं लगायी गयी है।
अडाणी एंटरप्राइजेज समेत समूह की छह कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं।
मंगलवार को अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई में 2.45 प्रतिशत मजबूत होकर 1,538.05 और अडाणी ग्रीन एनर्जी 2.79 प्रतिशत उछलकर 1,208.75 रुपये प्रति इक्विटी पर पहुंच गये।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स मंगलवार को रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।
दूसरी तरफ अडाणी ट्रांसमिशन 5 फीसदी गिरकर 1,441.40 रुपये पर आ गया, जबकि अडाणी टोटल गैस 5 फीसदी टूटकर 1,467.35 रुपये पर आ गया। अडाणी पावर का शेयर 4.97 फीसदी की गिरावट के साथ 133.90 रुपये और अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर 0.94 फीसदी फिसलकर 761.45 रुपये पर बंद हुए।
अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) द्वारा कथित रूप से जब्त करने की खबर के बाद इन कंपनियों के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट देखी गई।
अडाणी समूह ने कहा है कि उसके सभी शीर्ष शेयरधारकों के खाते सक्रिय हैं, वहीं एनएसडीएल ने भी समूह को भेजे ई-मेल में इन खातों के ‘सक्रिय’ होने की पुष्टि की है।
समूह की छह सूचीबद्ध कंपनियों ने शेयर बाजारों को बताया कि कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले निवेश कोषों अल्बुला इंवेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के खातों को एनएसडीएल द्वारा जब्त करने की खबर ‘‘स्पष्ट रूप से भ्रामक है और जानबूझकर निवेशक समुदाय को गुमराह करने के लिए फैलाई गई है।’’
बीएसई ने मंगलवार को परिपत्र जारी किया। जिसमें अडाणी समूह के बारे में एनएसडीएल का स्पष्टीकरण था।
इसमें कहा गया है, ‘‘....पिछले ई-मेल में जिन डिमैट खातों की स्थित का जिक्र है, वे एनएसडीएल प्रणाली में ‘सक्रिय’ स्थिति में हैं...।’’
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