झारखंड सरकार (Government of Jharkhand) के महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कोरोना संक्रमण के मामले में जनहित याचिकाओं पर मुख्य न्यायाधीश डा. रवि रंजन की पीठ के समक्ष चल रही सुनवाई के दौरान शुक्रवार को बताया कि राज्य के 24 जिलों में 30 ट्रूनेट मशीन लगायी गयी है. इससे कोरोना संक्रमण की जांच में तेजी आयी है. राज्य के हर जिले में सदर अस्पताल को कोविड 19 (Covid-19) अस्पताल के रूप में बदल दिया गया है.
उन्होंने न्यायालय को बताया कि राज्य में 85 हजार सैंपल लिये गये हैं, इनमें से 75 हजार की रिपोर्ट आ गयी है. कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर न्यायालय में स्वतः संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका की सुनवाई हुई.
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सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से पूछा कि झारखंड के ग्रामीण इलाकों में कोरोना जांच और इलाज के लिए क्या व्यवस्था की गयी है. प्रवासी मजदूर लाखों की संख्या में झारखंड लौट रहे हैं, वे अपने गांवों में पहुंच रहे हैं, ऐसे में इतने लोगों की कोरोना जांच कैसे होगी? सरकार से यह भी पूछा गया है कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए भविष्य में कोरोना संक्रमण बढ़ेगा तो इसकी रोकथाम को लेकर राज्य सरकार की क्या योजना है?