नयी दिल्ली, पांच अगस्त: दिल्ली में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 61 नए मामले सामने आए तथा महामारी से दो और मरीजों की मौत हो गई. संक्रमण की दर मामूली गिरावट के साथ 0.08 प्रतिशत हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में कोविड-19 से अब तक 25,060 मरीजों की मौत हो चुकी है. बुधवार को महामारी से किसी की मौत नहीं हुई थी तथा संक्रमण के 67 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण की दर 0.09 फीसदी थी. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,695 नए मामले, 120 मरीजों की मौत.
राष्ट्रीय राजधानी में महामारी की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से यह पांचवीं बार है, जब एक दिन में कोविड-19 से कोई मृत्यु नहीं हुई. आंकड़ों में कहा गया है कि 18 जुलाई, 24 जुलाई, 29 जुलाई और दो अगस्त को भी कोविड-19 के कारण कोई मौत नहीं हुई थी.
इस साल दो मार्च को, राष्ट्रीय राजधानी में वायरस के कारण कोई मृत्यु नहीं हुई थी. उस दिन एक दिन में आए नए संक्रमितों की संख्या 217 थी और संक्रमण दर 0.33 प्रतिशत थी. अप्रैल-मई की अवधि के दौरान शहर में दूसरी लहर आई.
बुलेटिन में कहा गया है कि बृहस्पतिवार को, 0.08 प्रतिशत की संक्रमण दर के साथ 61 मामले सामने आए और दो मौतें हुईं. बुधवार को, शहर में 67 मामले और शून्य मृत्यु दर दर्ज की गई, जबकि संक्रमण दर 0.09 प्रतिशत थी.
अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जो संक्रमण दर 36 फीसदी तक पहुंच गई थी, वह अब घटकर 0.10 फीसदी से भी कम रह गई है. गुरुवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, एक दिन पहले कुल 72,518 नमूनों की जांच की गई.
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि गुरुवार को कुल मामलों की संख्या बढ़कर 14,36,579 हो गई. अब तक 14.1 लाख से अधिक मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं. बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 518 है.
इस बीच, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज कहा कि सरकार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर में बुरी से बुरी स्थिति के मद्देनजर तैयारी कर रही है और कोविड-19 के मरीजों के वास्ते 37,000 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर संक्रमण की दर फिर से पांच प्रतिशत हो जाती है तो तत्काल लॉकडाउन लागू किया जाएगा. ‘एसोचैम इंडिया’ द्वारा डिजिटल माध्यम से आयोजित एक सत्र में जैन ने यह बयान दिया.
उन्होंने कहा, “कोविड-19 के मरीजों के लिए 37,000 से ज्यादा बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है और दिल्ली सरकार बुरी से बुरी स्थिति के मद्देनजर तैयारी कर रही है ताकि कीमती जिंदगियां बचाई जा सकें.”
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने महामारी की दूसरी लहर के अनुभवों से सीखा है और वह किसी भी संभावित लहर से मुकाबले के लिए कदम उठा रही है तथा पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना समेत सभी प्रकार के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार अधिक से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता, वेंटिलेटर और आईसीयू बिस्तरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है. जैन ने कहा, “हमने सार्वजनिक रूप से अपनी तैयारियों के बारे में बता दिया है. अगर संक्रमण की दर पांच प्रतिशत तक जाती है तो हम बिना देर किए तत्काल लॉकडाउन लागू कर देंगे.”
उन्होंने ट्वीट किया, “एसोचैम इंडिया के साथ डिजिटल सत्र में भाग लिया और कोविड-19 की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए दिल्ली सरकार की तैयारियों पर चर्चा की. हम अपनी प्रतिक्रिया में अग्रसक्रिय रुख अपनाएंगे. हम बुरी से बुरी स्थिति के लिए तैयारी कर रहे हैं और कोविड के लिए 37 हजार बिस्तरों की व्यवस्था कर रहे हैं.”
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले हफ्ते कहा था कि दिल्ली में दिए गए कोरोना वायरस-रोधी टीकों की कुल संख्या एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है और शहर में पात्र आबादी में से 50 प्रतिशत को कम से कम एक खुराक मिल चुकी है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)