नयी दिल्ली, 6 सितंबर : राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के मामलों में तेजी दर्ज की गई है. इस साल अब तक दिल्ली में मच्छर जनित बीमारी के कुल मामलों की संख्या 240 से अधिक हो गई है. सोमवार को नगर निगम की ओर से जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. बता दें कि दिल्ली में पिछले एक सप्ताह में कुल 39 नये मामले सामने आए हैं. इस साल तीन सितंबर तक दर्ज किए गए 244 मामलों में से अकेले 75 मामले केवल अगस्त में दर्ज किए गए थे. दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, डेंगू के बढ़ते मामले ''हमारे लिए चिंता का विषय है और हम इससे निपटने के उपायों पर काम कर रहे हैं''. अगस्त महीने तक दिल्ली में डेंगू के 205 मामले दर्ज किए गए थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अब तक दिल्ली में डेंगू के 244 मामले दर्ज किए गए हैं. एमसीडी की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में जनवरी में डेंगू के 23 मामले, फरवरी में 16, मार्च में 22, अप्रैल में 20, मई में 30, जून में 32 और जुलाई में 26 और अगस्त में 75 मामले दर्ज किए गए. हालांकि, इस साल अब तक मच्छर जनित बीमारियों के कारण किसी की मौत की खबर नहीं है. नगर निगम ने कहा, ''एमसीडी कई नियंत्रण उपाय कर रहा है जैसे, जन जागरूकता अभियान, कानूनी कार्रवाई, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण विभाग, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी), रेलवे, बागवानी, दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), पुलिस, शिक्षा, अन्य विभागों के बीच अंतर-क्षेत्रीय विभागों की भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है. यह भी पढ़ें : ED Raids: दिल्ली शराब घोटाले में अब ED की एंट्री, देशभर में 30 जगहों पर छापेमारी, सिसोदिया बोले- कुछ नहीं निकलेगा
एमसीडी ने एक बयान में कहा, ''इस संबंध में निगम ने 77,538 कानूनी नोटिस जारी किए हैं और 26,320 अभियोग दायर किए हैं. घरों या इमारतों के 10,438 मालिकों पर प्रशासनिक शुल्क लगाया गया है और 23,28,700 रुपये प्रशासनिक शुल्क के रूप में वसूल किए गए हैं.'' एमसीडी ने बताया कि सभी कर्मियों को डीबीसी (डेंगू ब्रीडिंग चेकिंग स्टाफ) को अलग-अलग क्षेत्र आवंटित किए गए हैं, ताकि मच्छरों के लार्वा के प्रजनन का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए घर-घर निरीक्षण किया जा सके. बयान में कहा गया है, ''डीबीसी ने 2,24,94,105 घरों का दौरा किया और 96,982 घरों में मच्छरों का प्रजनन पाया गया. लगभग 8,28,707 घरों में कीटनाशक का छिड़काव किया गया और 112 बिंदुओं पर लार्वा पाया गया.'' रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में इस साल मलेरिया के 49 मामले और चिकनगुनिया के 14 मामले दर्ज किए गए हैं.