Tejashwi Yadav on PM Modi: बिहार में प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों पर अब तक 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किये गए; तेजस्वी यादव

पटना, 21 जून : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने ‘पॉकेटमार’ संबंधी अपना बयान शनिवार को जारी रखते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैलियों पर बिहार में अब तक 20,000 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं. भाजपा ने भी जवाबी हमला तेज कर दिया और राज्य की राजधानी में पोस्टर लगाए हैं, जिनमें लिखा है, ‘‘मेरा बाप चारा चोर, मुझे वोट दो.’’ तेजस्वी ने एक दिन पहले यह आरोप लगाते हुए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की आलोचना की थी कि ‘वंदे भारत’ ट्रेनों के अत्यधिक किराये ने मोदी को "पॉकेटमार" जैसा बना दिया है. राजद नेता ने सोशल मीडिया पोस्ट में भी इसी तरह की बात कही.

उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में 2014 से अब तक मोदी की ‘‘ऐसी 200 जनसभा’’ हुई है, और ‘‘प्रत्येक पर 100 करोड़ रुपये खर्च’’ किये गए. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘इस अवधि के दौरान कुल खर्च 20,000 करोड़ रुपये हुए हैं, जिस दौरान पांच (लोकसभा के तीन और विधानसभा के दो) चुनाव भी हुए हैं...सरकार द्वारा ऐसी कई सभाएं आयोजित की गई हैं, जबकि उनका उद्देश्य स्पष्ट रूप से चुनावी रहा है.’’ शुक्रवार को मोदी बिहार के सिवान जिले में थे, जो इस साल राज्य का उनका पांचवां दौरा था. यह एक महीने से भी कम समय में उनका दूसरा और प्रधानमंत्री बनने के बाद से ‘‘51वां’’ दौरा था. राज्य में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘‘हमें उस व्यक्ति को क्या कहना चाहिए जो अपने प्रचार पर चालाकी से सार्वजनिक धन का इस्तेमाल करता है...और ईमानदार व्यक्ति होने का दिखावा करता है...बेशक वह मददगार नहीं, बल्कि पॉकेटमार है.’’ यह भी पढ़ें : Jalgaon Hit and Run: जलगांव में तेज रफ्तार कार का कहर! पैदल जा रही महिला को मारी टक्कर, हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई मौत, CCTV आया सामने;VIDEO

भाजपा की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने 'दीवार' फिल्म के मशहूर संवाद ‘‘मेरा बाप चोर है’’ का इस्तेमाल करते हुए, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी पर एक दिन पहले निशाना साधा था, जिसके बाद पार्टी (भाजपा) ने ‘‘पोस्टर अभियान’’ शुरू किया. इन पोस्टरों में पिता-पुत्र (लालू और तेजस्वी) भैंस पर बैठे दिख रहे हैं, जो चारा घोटाले का स्पष्ट संदर्भ है.