नयी दिल्ली, 11 मई भारत में कोविड-19 का पता लगाने के लिए प्रति दिन 18 से 20 लाख जांच की जा रही है। यह जानकारी मंगलवार को आईसीएमआर के प्रमुख ने दी। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला कर्मियों के संक्रमित होने के बावजूद जांच का काम जारी है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण की दर करीब 21 फीसदी है और करीब 42 फीसदी जिलों (734 में 310) में संक्रमण की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
भार्गव ने कहा कि संचरण पर नियंत्रण के लिए जल्द जांच, पृथक-वास और घर में देखभाल जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन आरटी-पीसीआर की जांच क्षमता करीब 16 लाख है और आरएटी क्षमता करीब 17 लाख प्रतिदिन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बढ़ी हुई जांच की मांग को पूरा करने के लिए प्रयोगशालाएं सातों दिन चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। प्रयोगशाला कर्मियों में संक्रमण के बावजूद जांच का काम जारी है।’’
भार्गव ने बताया कि अप्रैल और मई में वे प्रतिदिन संयुक्त रूप से 16 से 20 लाख आरटी-पीसीआर और आरएटी जांच कर रहे थे।
वर्तमान में कोविड-19 के 2520 सरकारी और निजी जांच प्रयोगशालाएं हैं, सात हजार से अधिक आरटी-पीसीआर मशीन हैं और 3800 से अधिक ट्रूनैट एवं सीबीनैट मशीन हैं।
भारत में सात मई तक कुल 30,04,10,043 जांच की जा चुकी थी।
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