बीजापुर, छत्तीसगढ़ : सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करनेवाले बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. एक सेप्टिक टैंक में उनका शव मिला है. पत्रकार की हत्या होने के बाद पुरे राज्य में कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है. इस घटना के बाद पत्रकार जगत में भी नाराजगी है. वो 1 जनवरी की शाम सात बजे से लापता थे.
उनका शव सेप्टिक टैंक में मिला है.ठेकेदार और उनके रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर के बाडे़ में बने सेप्टिक टैंक से उनकी लाश निकाली गई. पत्रकार मुकेश की मौत पर आक्रोशित पत्रकारों ने शनिवार को बीजापुर में चक्काजाम किया है. बीजापुर समेत बस्तर के पत्रकार भी सड़क पर बैठे हुए हैं. ये भी पढ़े:Chhattisgarh Shocker: सोशल मीडिया क्रिएटर अंकुर नाथ ने इंस्टाग्राम पर लाइव आकर की आत्महत्या, वीडियो देख सदमे में फॉलोअर्स
बीजापुर में पत्रकार की हत्या
आज यह सड़क खूनी सड़क हो गई है सड़क लगभग 56 करोड़ रुपये की लागत से बननी थी, लेकिन इसका बजट बढ़कर लगभग 120 करोड़ रुपये हो गया। कर मिरतुर से हिरोली गंगालूर तक बन रही सड़क में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा किया था।
आज यह सड़क खूनी सड़क बना दी गई है, मुकेश जैसे पत्रकारों के खून से रंगी… pic.twitter.com/aqHQi3ex4I
— Madan Mohan Soni (आगरा वासी) (@madanjournalist) January 3, 2025
भ्रष्टाचार की खबर छापने पर हुआ मर्डर
जानकारी के मुताबिक़ कुछ दिन पहले पत्रकार मुकेश ने 120 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली सड़क का भ्रष्टाचार उजागर किया था. इसको लेकर उन्होंने खबर भी प्रकाशित की थी. बताया जा रहा है की ये काम ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने ही करवाया था.जिसके कारण मुकेश और सुरेश में अनबन चल रही थी.कुडोली, मीरतुर की सड़क बनाई गई है. लगभग 5 से 6 दिन पहले ही पत्रकार मुकेश ने रायपुर से आए एक साथी के साथ मिलकर इस सड़क में भ्रष्टाचार की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिस वजह से मुकेश चंद्राकर और उसके रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर में विवाद हो गया था. पत्रकार से बार-बार संपर्क साधने की कोशिश कर रहे थे. एक जनवरी को एक व्यक्ति मुकेश चंद्राकर के घर पहुंचा था और उसे एक जगह पर चलने की बात कही थी. इसके बाद से ही मुकेश चंद्राकर लापता थे. इस वीडियो को सोशल मीडिया एक्स पर @madanjournalist नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.
सेप्टिक टैंक के अंदर मिला पत्रकार का शव
मुकेश के बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने एक गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, क्योंकि सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश द्वारा ठेकेदार की एक संपत्ति पर मीटिंग के बाद मुकेश फोन बंद हो गया था.3 जनवरी को मुकेश का शव चट्टनपारा में सुरेश की संपत्ति के परिसर में सेप्टिक टैंक के अंदर मिला, जहां उसे आखिरी बार देखा गया था.
पुलिस कर रही है जांच
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'पीड़ित के भाई ने बताया कि मुकेश 1 जनवरी से लापता था. हमने कार्रवाई शुरू की, सीसीटीवी फुटेज खंगाली और उसकी आखिरी लोकेशन भी पता की. हमें मुकेश का शव एक टैंक के अंदर मिला.
घटना पर सीएम ने जताया शोक
इस घटना पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुकेश की मौत 'पत्रकारिता और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है.साय ने ट्वीट किया,'बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या की खबर बेहद दुखद और हृदय विदारक है.अपराधी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. मैंने अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं.