
हम में से कितने लोगों ने बचपन में उड़ने वाली कार का सपना देखा था? अगर आपने भी कभी सोचा था कि ट्रैफिक में फंसने के बजाय सीधा हवा में उड़ जाएं, तो अब ये सपना सच होने वाला है! अमेरिका की एलेफ एयरोनॉटिक्स (Alef Aeronautics) कंपनी ने इतिहास रचते हुए पहली उड़ने वाली कार बना ली है, जिसका वीडियो इंटरनेट पर धूम मचा रहा है.
सड़क से सीधा हवा में!
इस कार का टेस्ट कैलिफोर्निया की एक बंद सड़क पर किया गया, जहाँ यह पहले सामान्य कार की तरह चल रही थी, लेकिन फिर अचानक ऊपर उठ गई और सड़क पर खड़ी कारों के ऊपर से उड़कर निकल गई! आमतौर पर उड़ने वाले वाहनों को रनवे की जरूरत होती है, लेकिन यह फ्लाइंग कार बिना किसी रनवे के सीधा हवा में उड़ सकती है. यह दृश्य किसी साइंस-फिक्शन फिल्म से कम नहीं था!
Alef Aeronautics flying car takes flight for the first time 🤯pic.twitter.com/qpuwJH1beS
— Gadget X Tech (@gadgetech94) February 21, 2025
कैसे काम करती है ये कमाल की कार?
कंपनी के सीईओ जिम दुखोवनी ने इसे दुनिया की पहली असली फ्लाइंग कार बताया, जो सड़क और आसमान दोनों पर चल सकती है. इस कार का मॉडल "एलेफ मॉडल जीरो" (Alef Model Zero) है और अब कंपनी इसका कमर्शियल वर्जन लाने की तैयारी कर रही है. इसमें दो लोगों के बैठने की जगह होगी और यह ऑटोपायलट मोड में भी उड़ सकती है. इसमें आठ घूमने वाले रोटर लगे हैं, जो इसे आसानी से हवा में उड़ाने में मदद करते हैं.
क्या होगी कीमत?
अगर आपको यह कार चाहिए तो बुकिंग के लिए सिर्फ 13,000 रुपये देने होंगे, लेकिन पूरी कार की कीमत 2.5 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है! फिर भी, 3,300 से ज्यादा लोग पहले ही इसे प्री-ऑर्डर कर चुके हैं. कार की अधिकतम स्पीड 40 किमी/घंटा होगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर यह तुरंत हवा में उड़ सकती है.
भविष्य में ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत?
अगर यह कार बड़े पैमाने पर उपलब्ध हो जाती है, तो ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है. लेकिन सवाल उठता है कि क्या हर कोई इसे खरीद पाएगा? फिलहाल तो यह अमीरों की शान बनने वाली है, लेकिन आने वाले सालों में टेक्नोलॉजी के सस्ते होने पर यह आम लोगों की पहुँच में भी आ सकती है.
तो क्या अब आसमान में जाम लगेगा?
सवाल सिर्फ कार की कीमत का नहीं, बल्कि सुरक्षा का भी है. क्या सड़कों के बाद अब आसमान में भी जाम लगेगा? क्या सरकारें ऐसे वाहनों के लिए ट्रैफिक नियम बनाएंगी? फिलहाल तो यह तकनीक शुरुआती दौर में है, लेकिन अगर यह सफल होती है, तो हमें जल्द ही हवाई ट्रैफिक कंट्रोल की जरूरत पड़ सकती है!