वाशिंगटन: अमेरिका ने बुधवार को मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए इस बात से इनकार किया कि भारत ने जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) से धारा 370 हटाने के अपने इरादे के बारे में उसे सूचित किया था. दरअसल कहा जा रहा था कि विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) के साथ बैंकाक (Bangkok) में इस मुद्दे पर बातचीत की थी और धारा 370 को लेकर भारत सरकार के फैसले से अवगत करवाया था.
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया के विदेश राज्य मंत्री ऐलिस जी वेल्स ने ट्वीट किया, प्रेस रिपोर्टिंग के विपरीत, भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष संवैधानिक दर्जे को रद्द करने की पहल से पूर्व अमेरिकी सरकार से परामर्श या सूचना नहीं दी.
Contrary to press reporting, the Indian government did not consult or inform the US Government before moving to revoke Jammu and Kashmir’s special constitutional status. - AGW
— State_SCA (@State_SCA) August 7, 2019
कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने बैंकॉक में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान पोम्पियो के साथ अनुच्छेद 370 को रद्द करके जम्मू-कश्मीर की स्थिति को बदलने के कदम के बारे में बात की थी. एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस मुद्दे पर अपने अमेरिकी समकक्ष जॉन बोल्टन से भी बातचीत की थी.
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के भारत के निर्णय के बारे में अन्य देशों को सूचना देने के मकसद से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से बातचीत की. इससे पहले पाकिस्तान के शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व ने भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को निष्कासित करने और द्विपक्षीय संबंध स्थगित करने का निर्णय लिया.
जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले धारा 370 के ज्यादातर प्रावधानों को रद्द करने के भारत के कदम को ‘‘एकतरफा और अवैध’’ बताते हुए पाकिस्तान की सरकार और हर संभव कदम उठाने की बात कर रही है.