भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन कर बुधवार सुबह हमला करने की फिराक में आए पाकिस्तानी लड़ाकू विमान एफ-16 (F-16 Fighter Jet) को भारतीय वायुसेना ने जवाबी हमले में मार गिराया था. अब इस मामले में सख्ती दिखाते हुए अमेरिका (America) ने पाकिस्तान से सवाल किया कि आखिर उसकी अनुमति के बिना एफ-16 विमान का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई के लिए क्यों की गई. बता दें कि पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान अमेरिका ने ही मुहैया करवाया है. अमेरिका ने कहा है कि एफ-16 का इस्तेमाल अपने बचाव के लिए कर सकते हैं न कि सैन्य कार्रवाई के लिए. पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए अमेरिका ने अब भारत के खिलाफ इसका इस लड़ाकू विमान के इस्तेमाल करने पर जांच शुरू कर दी है.
पाकिस्तान द्वारा एफ-16 का इस्तेमाल बिना अमेरिका के इजाजत हुआ. पाकिस्तान ने भारत के साथ सीमा संघर्ष में अमेरिका के साथ हुए 'एंड-यूजर' समझौते का उल्लंघन किया. खबरों के मुताबिक अमेरिका इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई के लिए अमेरिका से मिले लड़ाकू विमानों और मिसाइलों का इस्तेमाल तो नहीं किया. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान द्वारा एफ-16 लड़ाकू विमान के गलत इस्तेमाल संबंधी रिपोर्टों पर उनका देश और जानकारियां जुटा रहा है. यह भी पढ़ें- भारतीय Air Strike पर चश्मदीदों का बयान, कहा- ISI एजेंट समेत कई आतंकी मारे गए, 35 शवों को देखा लेकिन पाक सेना ने छीन लिए थे मोबाइल
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को एएमआरएएएम के कुछ टुकड़े यह साबित करने के लिए उन साक्ष्यों के तौर पर दिखाए थे कि पाकिस्तान ने अमेरिका निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कश्मीर में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हवाई हमले के लिए किया था.
पेंटागन की डिफेंस सिक्योरिटी एंड कॉरपोरेशन एजेंसी (डीएससीए) के अनुसार एफ-16 विमान आतंकवाद निरोधक अभियानों में पाकिस्तान की क्षमता को बढ़ाने के लिए हैं. सार्वजनिक रूप से उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार, अमेरिका ने पाकिस्तान पर एफ-16 विमानों के इस्तेमाल को लेकर लगभग 12 पाबंदियां लगाईं हैं.