अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंचे. बाइडेन ऐसे समय पर इजरायल गए हैं जब हमास और इजरायल बीते कई दिनों से एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. इस युद्ध में अभी तक चार हजार से ज्यादा लोगों के मारे जानें की खबर है और 10 हजार से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति का इजरायल का यह दौरा बेहद खास माना जा रहा है. Israel-Hamas War: हमास ISIS से भी अधिक खतरनाक; तेल अवीव में बोले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
गाजा अस्पताल हमले पर जो बाइडेन ने इजरायल को क्लीन चिट दिया है. इज़राइल में अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने पुष्टि की कि गाजा अस्पताल पर बमबारी, जिसमें 500 से अधिक नागरिक और बच्चे मारे गए थे, हमास और इस्लामिक जिहाद आतंकवादियों द्वारा अपने ही लोगों पर किया गया था. इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया है कि 'इजरायल के पीछे खड़ा है अमेरिका'.
#BREAKING: US President Biden in Israel confirms that Gaza Hospital bombing in which 500+ civilians and children were killed was done by Hamas and Islamic Jihad terrorists on their own people. pic.twitter.com/ftm9hqbbNX
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 18, 2023
हमास और इजरायल में जारी युद्ध के बीच गाजा पट्टी के अल-अहली अरब अस्पताल में हुए ब्लास्ट में 500 लोगों की मौत हो गई. फिलिस्तीन ने दावा किया है कि यह अस्पताल इजरायली एयरस्ट्राइक की चपेट में आया है. जबकि इजरायल ने इन आरोपों को नकारते हुए दावा किया है कि फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद द्वारा दागे गए एक रॉकेट के मिस फायर होने की वजह से हादसा हुआ.
गाजा पट्टी में अस्पताल पर हुए हमले में 500 लोगों की मौत हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गाजा के अल अहली अस्पताल में हुए हमले पर दुख जताया और इस हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं.
Deeply shocked at the tragic loss of lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. Our heartfelt condolences to the families of the victims, and prayers for speedy recovery of those injured.
Civilian casualties in the ongoing conflict are a matter of serious and continuing concern.…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 18, 2023
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, गाजा के अल अहली अस्पताल में जानमाल की दुखद हानि से गहरा सदमा पहुंचा है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. चल रहे संघर्ष में नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है. इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.