UPS Jobs Cut 2025: नौकरियों पर छंटनी (Layoffs) का साया हटने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब एक और बड़ी खबर अमेरिका से आई है. पार्सल और सामान डिलीवरी करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक, UPS (यूनाइटेड पार्सल सर्विस), ने इस साल अब तक लगभग 48,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. महामारी के बाद से यह किसी भी अमेरिकी कंपनी द्वारा एक साल में की गई सबसे बड़ी कटौतियों में से एक है.
आखिर इतना बड़ा फैसला क्यों लिया गया?
सीधी सी बात है, कंपनी अपने खर्चे कम करना (cost-cutting) चाहती है. UPS का कहना है कि वे अपने काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल रहे हैं. कंपनी की सीईओ कैरल टोमे ने इसे "कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा रणनीतिक बदलाव" बताया है. उनका लक्ष्य UPS को "इतिहास का सबसे कुशल" (most efficient) कंपनी बनाना है.
कंपनी ने इस छंटनी और अन्य बदलावों (जैसे ऑटोमेशन और ऑफिस बंद करना) के जरिए इस साल 2.2 बिलियन डॉलर की भारी-भरकम बचत भी की है.
किन लोगों की गई नौकरी?
इस छंटनी का असर लगभग हर लेवल पर पड़ा है.
- सबसे ज्यादा असर ट्रक ड्राइवरों और गोदामों (warehouse) में काम करने वाले स्टाफ पर पड़ा है.
- इनके अलावा, लगभग 14,000 मैनेजमेंट और कॉर्पोरेट कर्मचारियों को भी बाहर किया गया है.
साल की शुरुआत में UPS के पास करीब 5 लाख कर्मचारी थे, लेकिन अब यह संख्या काफी कम हो गई है.
कंपनी पर था दबाव
UPS को FedEx और Amazon के लॉजिस्टिक नेटवर्क से तगड़ा कॉम्पिटिशन मिल रहा है. पिछले साल (2023) की शुरुआत से अब तक कंपनी के शेयर 25% से ज्यादा गिर चुके हैं, जिसका दबाव निवेशकों और मैनेजमेंट पर साफ दिख रहा है.
कंपनी ने इस साल अब तक अपने 93 ऑफिस (facilities) बंद कर दिए हैं और 2025 के अंत तक और भी साइट्स बंद करने का प्लान है. कंपनी का कहना है कि इस साल त्योहारों के सीजन में भी वे कम लोगों, कम किराए के हवाई जहाजों और गाड़ियों के साथ काम चलाएंगे.













QuickLY