
UNSC Discussion India-Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से बौखलाया पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गुहार लगा रहा है. इसी कड़ी में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से अनुरोध किया और भारत के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचा. सोमवार देर रात UNSC में पाकिस्तान के अनुरोध पर बंद कमरे में बैठक हुई, जिसमें भारत-पाकिस्तान तनाव पर चर्चा हुई. हालांकि, ये बैठक ज्यादा असरदार नहीं रही, क्योंकि भारत को सुरक्षा परिषद के 15 में से 13 देशों का समर्थन मिला है. केवल चीन और पाकिस्तान ही थे जो भारत के खिलाफ सुर अलापते रहे.
पाकिस्तान को झटका तब और लगा जब संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी परोक्ष रूप से उसे फटकार लगा दी.
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पाक के अनुरोध पर UNSC की क्लोज-डोर मीटिंग
VIDEO | New York: Visuals show diplomats arriving at the UN Security Council consultations room for closed-door discussions on the ongoing situation between India and Pakistan.
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/oC4rv0d2VG
— Press Trust of India (@PTI_News) May 5, 2025
UN ने पहलगाम हमले की निंदा की
गुटेरेस ने पहलगाम हमले की सख्त निंदा की और कहा कि इस घिनौने आतंकी हमले के गुनहगारों को सजा मिलनी ही चाहिए. हालांकि, उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील भी की और कहा कि सैन्य कार्रवाई किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है, और इससे हालात और बिगड़ सकते हैं.
बंद कमरे में हुई इस बैठक में पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत की 'एकतरफा कार्रवाई' क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रही है. पाकिस्तान के यूएन में स्थायी प्रतिनिधि आसिम इफ्तिखार ने कहा कि कश्मीर मुद्दा आज भी दोनों देशों के बीच विवाद का केंद्र है. इसे हल किए बिना शांति संभव नहीं है.
पाकिस्तान की कोशिश नाकाम
लेकिन सच्चाई ये है कि पाकिस्तान का यह प्रयास केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया. भारत को अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और रूस जैसे स्थायी सदस्यों के साथ-साथ अधिकतर अस्थायी सदस्यों का भी समर्थन प्राप्त है. यह विदेश मंत्री एस. जयशंकर की सक्रिय कूटनीति का नतीजा है. उन्होंने आतंकी हमले के तुरंत बाद दुनिया के कई देशों के नेताओं से संपर्क कर भारत का पक्ष मजबूती से रखा और सीमा पार आतंकवाद की पोल खोल दी.
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में एक विदेशी नागरिक समेत 26 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद भारत ने सीमापार से आतंकी घुसपैठ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया.
भारत का पक्ष मजबूत रहा
UNSC में बंद कमरे में हुई चर्चा के बावजूद भारत का पक्ष मजबूत रहा और पाकिस्तान को वहां भी मुंह की खानी पड़ी. फिलहाल संयुक्त राष्ट्र ने तनाव कम करने की अपील की है, लेकिन आतंकी गतिविधियों को लेकर भारत की सख्ती बिल्कुल साफ दिख रही है.