Jordan Drone Attack: एक-एक से लेंगे बदला... जॉर्डन में 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत पर जो बाइडेन ने खाई बदले की कसम
Joe Biden | Photo: PTI

वाशिंगटन: सीरिया में जॉर्डन सीमा के पास एक अमेरिकी सैन्‍य अड्डे पर ड्रोन हमले में 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 25 घायल हो गए. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों को जिम्मेदार ठहराया है.  बाइडेन ने कहा, ‘आज, अमेरिका का दिल भारी है’. सैनिकों का ‘अंतिम बलिदान हमारा देश कभी नहीं भूलेगा.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘और इसमें कोई संदेह नहीं है- हम उन सभी जिम्मेदार लोगों को एक समय और अपनी इच्छानुसार तरीके से जवाबदेह ठहराएंगे.’ Israel Gaza War: बंधकों को छुड़ाने के लिए क़तर को हमास पर और दबाव बनाना चाहिए- बेंजामिन नेतन्याहू.

गाजा में इजराइल-हमास युद्ध के बीच ईरान समर्थित मिलिशिया द्वारा पश्चिम एशिया में अमेरिकी बलों के खिलाफ महीनों से जारी हमलों में पहली बार अमेरिकी नागरिक हताहत हुए हैं जिससे क्षेत्र में इस तनाव के गहराने का खतरा बढ़ गया है.

बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ‘‘अपने चुने गए समय और तरीके से उन सभी को जवाबदेह ठहराएगा.’’  अमेरिका ने बताया था कि यह हमला जॉर्डन में हुआ. हालांकि जॉर्डन सरकार ने इस खबरों को खारिज करते हुए बताया कि ड्रोन हमले वाली जगह उसके सीमा क्षेत्र में नहीं पड़ती. जॉर्डन सरकार के प्रवक्ता मुहन्नद मुबैदीन ने कहा, ‘अमेरिकी सेना को निशाना बनाकर किया गया हमला जॉर्डन में नहीं हुआ… इसने सीरिया में अल-तनफ अड्डे को निशाना बनाया, जहां अमेरिकी सेना एक अंतरराष्ट्रीय जिहादी विरोधी गठबंधन के हिस्से के रूप में तैनात है.’

अमेरिकी सुरक्षा बल लंबे समय से अपने आधार शिविर के तौर पर जॉर्डन का इस्तेमाल करते रहे हैं. जॉर्डन की सीमाएं इराक, इजराइल, फलस्तीनी क्षेत्र के वेस्ट बैंक, सऊदी अरब और सीरिया से लगी हुई हैं. अमेरिका के करीब 3,000 सैनिक जॉर्डन में तैनात हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे ने बताया कि बाइडन को रविवार सुबह हमले की जानकारी दी गयी.