North Korea vs South Korea: दुनिया में छिड़ेगी एक और जंग? उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बॉर्डर क्रॉसिंग को लेकर तनाव चरम पर

जून का महीना दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव से भरा रहा है. इस महीने ही तीन बार उत्तर कोरियाई सैनिकों ने सीमा पार करने की कोशिश की, जिसके बाद दक्षिण कोरियाई सेना ने चेतावनी शॉट्स दागे. यह घटनाएं ऐसे समय में आई हैं जब रूस और उत्तर कोरिया के बीच रक्षा समझौते ने पूरे क्षेत्र में चिंता पैदा कर दी है.

बॉर्डर क्रॉसिंग

गुरुवार को दोपहर लगभग 11 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे), उत्तर कोरिया के कुछ सैनिक सैन्य सीमा रेखा (MDL) को पार कर डिमिलिटराइज्ड जोन (DMZ) में घुस गए. MDL DMZ को दोनों कोरियाई देशों के बीच विभाजित करता है. दक्षिण कोरियाई सेना ने तुरंत चेतावनी दिलवाई और चेतावनी शॉट्स दागे जिसके बाद उत्तर कोरियाई सैनिक वापस अपने देश चले गए.

क्या है मामला?

हाल के वर्षों में, उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है. 2018 में, दोनों देशों ने एक सैन्य समझौता किया था, लेकिन उत्तर कोरिया ने 2023 में इस समझौते को तोड़ा. तब से, उत्तर कोरिया ने DMZ के आसपास अधिक सैनिकों और सैन्य उपकरणों को तैनात किया है. दक्षिण कोरिया ने आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया नई सैन्य सड़कों का निर्माण कर रहा है और भारी मात्रा में जमीनी खदानें बिछा रहा है, जिसके कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं और हताहत हो रहे हैं.

रूस और उत्तर कोरिया का समझौता

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 24 साल बाद उत्तर कोरिया की यात्रा और दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित रक्षा समझौते ने पूरे क्षेत्र में चिंता पैदा कर दी है. इस समझौते के तहत, अगर किसी भी देश पर आक्रमण होता है या युद्ध की स्थिति बनती है, तो दूसरा देश सभी संभव साधनों से एक-दूसरे का समर्थन करेगा.

दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने इस समझौते की कड़ी निंदा की है और इसे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए खतरा कहा है.

क्या होगा?

यह स्पष्ट नहीं है कि उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव कब कम होगा. लेकिन यह स्पष्ट है कि रूस और उत्तर कोरिया के बीच रक्षा समझौता क्षेत्र में अधिक तनाव पैदा करेगा और परिस्थिति और अधिक जटिल हो सकती है. यह मामला अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक नया मोड़ ला सकता है और सभी पक्षों के लिए चिंता का विषय है.