
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि को बड़ा झटका दिया है. कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि राज्यपाल द्वारा 10 बिलों को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए रोक कर रखना गैरकानूनी है.- तेजी के साथ खुले भारतीय शेयर बाजार
- तमिलनाडु के राज्यपाल को सुप्रीम कोर्ट की सलाह
- अमेरिका ने दी चीन पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी
सुप्रीम कोर्ट का फैसला सभी राज्यों की जीतः स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की "अच्छी खबर" साझा की, जिसमें गवर्नर आर एन रवि द्वारा विधानसभा में पारित 10 से अधिक बिलों को रोके रखने की आलोचना की गई थी.
इस ऐतिहासिक फैसले को "भारत के सभी राज्यों के लिए जीत" बताते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने विधानसभा में कहा, "मैं इस सदन को एक अच्छी खबर देना चाहता हूं. हमारी तमिलनाडु सरकार को एक ऐतिहासिक फैसला मिला है. गवर्नर ने इस विधानसभा में पारित किए गए विभिन्न बिलों को बिना मंजूरी दिए लौटा दिया था."
उन्होंने कहा, "तमिलनाडु सरकार ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में उठाया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि गवर्नर द्वारा बिल को रोके रखना गैरकानूनी है. सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय दिया है. यह केवल तमिलनाडु की ही नहीं बल्कि भारत के सभी राज्यों की बड़ी जीत है. यह फैसला सभी राज्य सरकारों के लिए एक जीत है."
आज सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार द्वारा गवर्नर रवि के खिलाफ दायर याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि गवर्नर का बिलों को रोके रखना "अवैध और कानूनन गलत" है.
मुद्रा योजना के तहत दिए गए 33 लाख करोड़ रुपये के कर्ज
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लागू होने को 10 साल पूरे हो गए हैं. यह योजना आठ अप्रैल 2015 को शुरू हुई थी. प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो की प्रेस रिलीज के मुताबिक, इस योजना के तहत अब तक 52 करोड़ से ज्यादा कर्ज बांटे जा चुके हैं. इन कर्जों में लोगों को 32.6 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं. इस योजना की लाभार्थियों में 68 फीसदी महिलाएं हैं.
मुद्रा योजना का उद्देश्य लोगों को अपना व्यवसाय शुरू करने या उसके विस्तार के लिए जमानत-मुक्त कर्ज उपलब्ध करवाना है. इसके तहत चार श्रेणियों में कर्ज दिया जाता है. शिशु श्रेणी में 50 हजार तक, किशोर में 50 हजार से पांच लाख तक, तरुण में पांच लाख से दस लाख तक और तरुण प्लस श्रेणी में 10 से 20 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है.
नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना की वजह से देश में पिछले दस सालों में 11.10 करोड़ नौकरियां पैदा हुई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 47 फीसदी नौकरियों का फायदा एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के लोगों को मिला है. वहीं, सबसे ज्यादा नौकरियां विनिर्माण, व्यापार और सेवा क्षेत्र में पैदा हुईं.
सात मौतों के बाद डॉक्टर बनकर सर्जरी करने वाला मध्य प्रदेश में गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में एक कथित फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. यह व्यक्ति खुद को लंदन से आया कार्डियोलॉजिस्ट बताकर राज्य के एक निजी मिशन अस्पताल में काम रहा था. यह गिरफ्तारी उन सात मरीजों की मौत की जांच के बाद की गई है, जिन्होंने इसी डॉक्टर से इलाज करवाया था.
पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि आरोपी पर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा, "उसके दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. आरोपी डॉक्टर को हमारी टीम ने गिरफ्तार कर लिया है." गिरफ्तार व्यक्ति ने अपना नाम "नरेंद्र जॉन कैम" बताया, जो अस्पताल की वेबसाइट पर हिंदी में भी लिखा हुआ था. स्थानीय मीडिया में प्रकाशित एक तस्वीर में उसे ब्लीच किए हुए पीले बालों के साथ दिखाया गया है.
यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस साल मिशन अस्पताल में सात मरीजों की मौत की जांच शुरू की. ये सभी सात मरीज एंजियोप्लास्टी सर्जरी के बाद मारे गए थे, जो इसी आरोपी डॉक्टर ने की थी. स्थानीय मीडिया के अनुसार, उसने ब्रिटेन के असली कार्डियोलॉजिस्ट जॉन कैम के रूप में खुद को पेश किया था. असली जॉन कैम लंदन की सेंट जॉर्ज यूनिवर्सिटी में क्लिनिकल कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर एमेरिट्स हैं.
ब्रिटेन स्थित असली जॉन कैम का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि यह मामला "बहुत परेशान करने वाला" है. कैम ने कहा कि आरोपी व्यक्ति ने "कई बार यह दावा किया कि वह खुद वही है या उसने लंदन के सेंट जॉर्ज अस्पताल में मुझसे ट्रेनिंग ली है." कैम ने यह भी बताया कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने पिछले पांच सालों में इस धोखाधड़ी को रोकने की कई कोशिशें की थीं.
पंजाब ग्रेनेड हमले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, बिश्नोई गैंग से संबंध
पंजाब के जालंधर में बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुए ग्रेनेड हमले के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने राज्य में धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए इस हमले की साजिश रची थी.
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले का मास्टर माइंड जीशान अख्तर है जो गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है. महाराष्ट्र के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भी अख्तर की तलाश हो रही थी.
जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने मीडिया को बताया, “रात में तकरीबन एक बजे बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के बाहर एक धमाका होने की सूचना मिली. हमने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी. फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है कि यह ग्रेनेड हमला ही था या कुछ और था.”
इस हमले के बाद राजनीति भी खूब हो रही है. भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि पंजाब में डर का माहौल है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर नियंत्रण खो दिया है. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी धमाके को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा.
दुनिया बदलने वाला 50 साल का हुआ
बचपन के दोस्त पॉल एलन के साथ मिल कर 50 साल पहले बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआत की थी. एप्पल, इंटरनेट और एआई की तमाम आंधियों के बावजूद यह कंपनी आज भी तकनीकी दुनिया के सबसे बड़े नामों में हैं.
अब तक साझा नहीं की गई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे के पीड़ितों की जानकारी
भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दो बार याद दिलाए जाने के बावजूद उत्तर रेलवे के वाणिज्य विभाग ने अब तक प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) के एक्स-ग्रेशिया पोर्टल पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ के पीड़ितों की जानकारी अपलोड नहीं की है.
इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने खबर दी है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने रेल मंत्रालय से उन लोगों की जानकारी अपलोड करने को कहा था, जो इस भगदड़ में मारे गए या घायल हुए थे, ताकि पीएमएनआरएफ से मंजूर किया गया मुआवजा बांटा जा सके.
पिछले हफ्ते, एक बार फिर से उन्हें जानकारी अपलोड करने के लिए कहा गया था. लेकिन अब तक रेलवे की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात भगदड़ मच गई थी. मीडिया में आई खबरों के अनुसार इसमें 18 से ज्यादा लोगों की जान गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे.
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बात
भारतीय और अमेरिकी विदेश मंत्रियों ने टैरिफ तनाव के बीच भारत-अमेरिकी द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर जल्द से जल्द सहमति बनाने पर चर्चा की है. अमेरिका के शुल्क लगाने के बाद पहली बार भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सोमवार, 7 अप्रैल को व्यापार और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की है.
दोनों विदेश मंत्रियों ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर चल रही बातचीत को गति देने की आवश्यकता पर चर्चा की. जयशंकर और रूबियो ने सोमवार शाम को टेलीफोन पर बात की, जो पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दर्जनों देशों पर "पारस्परिक टैरिफ" घोषित करने के बाद पहली उच्च स्तरीय बातचीत थी.
क्या होता है रेसिप्रोकल टैरिफ
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, "आज अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो से बात करके अच्छा लगा." उन्होंने आगे लिखा, "हम द्विपक्षीय व्यापार समझौते के जल्द समापन के महत्व पर सहमत हुए. मैं संपर्क में बने रहने के लिए उत्सुक हूं."
राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल के शिक्षकों के लिए राष्ट्रपति को लिखा पत्र
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एक पत्र लिखा है. गांधी ने यह पत्र पश्चिम बंगाल के उन हजारों शिक्षकों के लिए लिखा है, जिनकी नियुक्ति अदालत के आदेश के बाद रद्द हो चुकी है. राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “मैंने माननीय राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वे सरकार से आग्रह करें कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए कि निष्पक्ष तरीके से चुने गए उम्मीदवारों को नौकरी में बने रहने की अनुमति दी जाए.”
पश्चिम बंगाल के हजारों शिक्षकों से जुड़ा यह मामला साल 2016 से चल रहा है. 2016 में स्कूल सेवा आयोग की ओर से शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी, जिस पर भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगे थे. कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस भर्ती को रद्द कर दिया था. बीते तीन अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के इस फैसले को सही बताया. इस फैसले से करीब 26 हजार शिक्षकों की नौकरी प्रभावित हो रही है.
लोगों के अधिकारों के लिए लड़ता रहेगा विपक्षः राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को संसद के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस-नेतृत्व वाली स्थायी समितियों द्वारा दिए गए सुझावों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विपक्ष भारत के लोगों के अधिकारों और भलाई के लिए "लोकतांत्रिक संस्थाओं" का उपयोग करना जारी रखेगा.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर) पर लिखा, "संसद के बजट सत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली स्थायी समितियों ने भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए. चरणजीत सिंह चन्नी जी की अध्यक्षता वाली कृषि पर समिति ने कानूनी एमएसपी की मांग को दोहराते हुए पराली संग्रहण के लिए अतिरिक्त मुआवजे की सिफारिश की है. साथ ही किसानों और मछुआरों के लिए कई महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय सुझाए हैं."
राहुल गांधी ने आगे कहा कि सप्तगिरि उलाका की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास समिति ने मनरेगा का विस्तार करने और उसे मजबूत बनाने की वकालत की है. साथ ही गैरजरूरी बाधाओं को हटाने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, "शिक्षा, महिला, बच्चे, युवा और खेल पर समिति, जिसकी अध्यक्षता दिग्विजय सिंह जी कर रहे हैं, ने अधिक शिक्षकों की भर्ती, पेपर लीक रोकने के सुधार और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ज्यादा और समय पर भुगतान किए जाने वाले मानदेय की मांग की है. वहीं, डॉ. शशि थरूर की अध्यक्षता में विदेश मामलों की समिति ने विदेश में काम करने वाले भारतीय प्रवासी श्रमिकों के लिए सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है."
जर्मनी में दोगुने हुए पत्रकारों पर हमले
जर्मनी में पत्रकारों और मीडिया कर्मियों पर हमले पिछले साल की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं. प्रेस स्वतंत्रता के लिए काम करने वाले संगठन रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ.
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में, संगठन ने 2024 में जर्मनी में पत्रकारों और प्रेस-संबंधी इमारतों पर 89 शारीरिक हमलों को दर्ज किया. इनमें से ज्यादातर हमले मध्य पूर्व के संघर्ष, धुर-दक्षिणपंथी गुटों या एंटी-अबॉर्शन मूवमेंट से जुड़े प्रदर्शनों में हुए. यह आंकड़ा 2023 में दर्ज हुईं 41 घटनाओं से कहीं ज्यादा है, हालांकि यह 2022 में दर्ज किए गए 103 हमलों से कम है.
89 घटनाओं में से 75 शारीरिक हिंसा के मामले थे, जबकि 14 हमले संपादकीय कार्यालयों या आवासीय इमारतों पर किए गए थे.
सिर्फ 27 की उम्र में रिटायर हो गया भविष्य का स्टार क्रिकेटर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने 27 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. पुकोवस्की लगातार कन्कशन (सिर में चोट) के लक्षणों से जूझ रहे हैं, जो उन्हें एक साल पहले घरेलू मैच में गेंद लगने के बाद से हो रहे हैं.
मेलबर्न में जन्मे पुकोवस्की को कभी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का भविष्य माना जाता था. उन्होंने 2021 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में अर्धशतक बनाया था. हालांकि, वह उनका एकमात्र अंतरराष्ट्रीय मैच साबित हुआ क्योंकि फील्डिंग के दौरान उन्हें कंधे में चोट लग गई और लगातार कन्कशन की समस्याओं के कारण वह फिर से टीम में जगह नहीं बना पाए.
पुकोवस्की ने मंगलवार को रेडियो स्टेशन एसईएन को बताया कि होबार्ट में शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान तस्मानिया के तेज गेंदबाज रिले मेरिडिथ की गेंद हेलमेट पर लगने के बाद, एक साल से ज्यादा समय से वह लक्षणों से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा, "उस घटना के बाद से ये साल बहुत मुश्किल रहा. कई लक्षण बने रहे और इसी ने मुझे इस फैसले तक पहुंचाया."
विक्टोरिया राज्य के लिए नंबर तीन पर खेलने वाले पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें सिरदर्द, चक्कर आना और थकान जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से अब ऐसा समय आ गया है कि एक साल बाद भी मैं इन लक्षणों से जूझ रहा हूं. मुझे अब तक इसका जवाब नहीं मिला कि मैं अब भी ये लक्षण क्यों महसूस कर रहा हूं. इसलिए मुझे यह फैसला लेना पड़ा."
पुकोवस्की के खेल करियर की शुरुआत बहुत ही शानदार रही थी और उन्होंने विक्टोरिया के टॉप ऑर्डर में ढेर सारे रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में उन्हें भविष्य का स्टार माना जा रहा था. टेस्ट क्रिकेट खेलने के करीब होने के बावजूद, पुकोवस्की ने कई बार मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए खुद को चयन से बाहर रखा.
यूरोप के लिए अब तक का सबसे गर्म रहा मार्च
यूरोप ने इस साल मार्च महीने को अब तक का सबसे गर्म मार्च दर्ज किया है. यूरोपीय संघ की जलवायु एजेंसी कोपरनिकस के अनुसार, औसत तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से थोड़ा अधिक रहा, जो 1991-2020 के औसत से 2.41 डिग्री ज्यादा है.
वैश्विक स्तर पर भी यह मार्च अब तक का दूसरा सबसे गर्म मार्च रहा. ये आंकड़े इस बात की चिंता बढ़ा रहे हैं कि औद्योगिक क्रांति के पहले के स्तर से ग्लोबल वॉर्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने का लक्ष्य अब मुश्किल होता जा रहा है. 2024 में यह सीमा पहले ही पार हो चुकी है, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर तब ही माना जाएगा जब कई सालों तक लगातार ऐसा होता रहे.
कोपरनिकस ने यह भी बताया कि इस मार्च में आर्कटिक की समुद्री बर्फ का स्तर अब तक का सबसे कम रहा. जर्मनी समेत मध्य यूरोप के अधिकांश हिस्सों ने असामान्य रूप से सूखे हालात देखे. इस सूखे का असर पहले से ही पारिस्थितिक तंत्र पर पड़ रहा है. इसमें पौधे और जानवर पानी की कमी के कारण प्रभावित हो रहे हैं.
यूरोपीय सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट्स ने कहा कि मार्च का महीना यूरोप में "बारिश के मामले में विरोधाभासों से भरा" था. कई इलाकों में अब तक का सबसे सूखा मार्च दर्ज किया गया, जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में 47 सालों में सबसे ज्यादा बारिश हुई.
जर्मनी की पर्यावरण मंत्री, स्टेफी लेम्के ने वर्तमान सूखे को चिंताजनक बताया. उन्होंने कहा कि देश के बड़े हिस्से असामान्य वसंत सूखे का सामना कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि जलवायु संकट पहले से ही कृषि को प्रभावित कर रहा है, जिससे जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ रहा है और फसलों की पैदावार घटने की संभावना बढ़ रही है.
हैदराबाद बम धमाकों के पांच दोषियों की मौत की सजा बरकरार
तेलंगाना हाईकोर्ट ने हैदराबाद बम धमाकों के पांच दोषियों की मौत की सजा को बरकरार रखने का फैसला सुनाया है. तेलंगाना हाईकोर्ट के जस्टिस के. लक्ष्मण और जस्टिस पी. श्री सुधा की बेंच ने मंगलवार को दोषियों की अपील खारिज कर दी और ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.
फरवरी, 2013 में हैदराबाद के दिलसुखनगर में दो धमाके हुए थे. ये धमाके शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में हुए थे. इन धमाकों में 18 लोगों की मौत हो गई थी और 131 लोग घायल हो गए थे. दिसंबर, 2016 में एनआईए कोर्ट ने पांच लोगों का इस मामले में दोषी पाया था, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के सदस्य थे.
इस्राएल का विरोध करने वाली भारतीय इंजीनियर को माइक्रोसॉफ्ट ने नौकरी से निकाला
अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी 50वीं सालगिरह के जश्न के दौरान कार्यक्रम में बाधा डालने वाली दो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. इब्तिहाल अबूसाद और भारतीय मूल की वनिया अग्रवाल को कंपनी ने बर्खास्त कर दिया है. इन दोनों ने कंपनी से इस्राएल सरकार से नाता तोड़ने की मांग की थी. बीते शुक्रवार को इन दोनों ने कंपनी के कंज्यूमर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चीफ मुस्तफा सुलेमान के भाषण के दौरान विरोध किया. बाद में, वनिया अग्रवाल ने सत्या नडेला, बिल गेट्स और स्टीव बाल्मर के साथ सवाल-जवाब सत्र में भी रुकावट डाली.
यह कार्यक्रम वॉशिंगटन के रेडमंड स्थित माइक्रोसॉफ्ट के मुख्यालय में हो रहा था. आयजकों ने उसी वक्त दोनों कर्मचारियों से स्थान छोड़ने के लिए कहा था. वेबसाइट ब्लूमबर्ग ने कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट ने अबूसाद को बताया कि उनकी नौकरी को "दुर्व्यवहार" के कारण समाप्त कर दिया गया है. वनिया अग्रवाल ने 11 अप्रैल से इस्तीफा देने की बात कही थी, लेकिन कंपनी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर लिया है.
अबूसाद ने सुलेमान को संबोधित करते हुए कहा, "मुस्तफा, शर्म कीजिए. आप कहते हैं कि आप एआई का अच्छे के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट इस्राएली सेना को एआई हथियार बेचता है. 50 हजार लोग मर चुके हैं."
सुलेमान ने जवाब दिया, "आपके विरोध के लिए धन्यवाद. मैं आपकी बात सुन रहा हूं."
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने टर्मिनेशन नोटिस में अबूसाद के आरोपों को "शत्रुतापूर्ण, बिना किसी उकसावे के लगाए गए और बेहद अनुचित" बताया. दोनों कर्मचारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करते थे. वे 'नो अज्यूर फॉर अपार्थाइड' नामक एक समूह से जुड़े हैं, जो माइक्रोसॉफ्ट की अरब-इस्राएल विवाद में इस्राएली सेना को की जा रही बिक्री का विरोध कर रहा है. विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद दोनों का कॉर्पोरेट ईमेल और चैट अकाउंट एक्सेस बंद कर दिया गया.
एम्पुरान बनी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली मलयालम फिल्म
मशहूर एक्टर मोहनलाल की फिल्म एल2: एम्पुरान सबसे ज्यादा कमाई करने वाली मलयालम फिल्म बन गई है. भारतीय अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार इस फिल्म ने घरेलू बाजार में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है.
दुनियाभर में फिल्म की कमाई 241.5 करोड़ रुपये को पार कर गई है. इसके साथ ही इसने ‘मंजुमेल बॉयज‘ को पीछे छोड़ दिया है, जिसने 241 करोड़ रुपये की कुल कमाई की थी.
एम्पुरान मोहनलाल की 2019 की सुपरहिट फिल्म लूसिफर की सीक्वल है. 27 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म पर विवाद हो गया था क्योंकि फिल्म में 2002 के गुजरात दंगों का जिक्र है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फिल्म का विरोध किया था, जिसके बाद फिल्म निर्माताओं ने कई सीन हटा दिए थे.