भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भ्रष्टाचार की मार से पीड़ित है. जहां कुछ देश भ्रष्टाचार की वजह से तरक्की से वंचित हो जा रहे है तो वहीं दूसरी ओर सऊदी अरब ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ मिसाल मिसाल पेश की है. विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देश सऊदी अरब ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाकर करीब 106.7 अरब डॉलर की वसूली की, जो कि भारतीय मुद्रा में करीब 6,805 अरब 32 करोड़ 60 लाख रुपये होती है.
सऊदी अरब ने कहा है कि भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत अब तक 201 लोगों को हिरासत में लिया गया है. गौरतलब है कि सऊदी अरब के वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जदान ने कुछ समय पहले कहा था कि वसूल किए गए पैसे का इस्तेमाल सऊदी नागरिकों का जीवन स्तर सुधारने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम में खर्च किया जाएगा.
सऊदी अरब के अटॉर्नी जनरल के मुताबिक, इस अभियान में भ्रष्टाचार के बड़े मामले उजागर हुए हैं. सरकार का अनुमान है कि पिछले कुछ दशकों में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से करीब 6515 अरब रुपये की हेराफेरी की गई. वहीं, यह भी कहा गया है कि इन लोगों की पहचान को उजागर नहीं किया जाएगा.
क्या है कानून-
-भ्रष्टाचार मुक्त सऊदी के लिए एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून लागू किया गया है
-यह कानून देश में चल रहे अवैध पैसों की हेराफेरी पर लगाम लगाने के लिए बनाया गया है.
-इसमें संपत्ति या आय से जुड़ी किसी भी अवैध लेनदेन या किसी अन्य गतिविधि व्यक्ति को छुपाने या उसकी मदद करने जैसे मूल अपराध शामिल हैं
-नए कानून के अंतर्गत दोषी पाए जाने पर 3 से लेकर 15 साल तक कैद की सजा हो सकती है.
-इसके अलावा $ 1.87 मिलियन का जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
-गैर सऊदी शख्स के और कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है
-अगर कोई विदेशी दोषी पाया जाता है तो पहले उसे सजा भुगतनी होगी और इसके बाद सऊदी से निकाल दिया जाएगा
-नए कानून के तहत उस शख्स को फिर कभी सऊदी अरब आने की इजाजत नहीं मिलेगी.