Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के छठवें दिन भयावह हुए हालात, सैकड़ों बदकिस्मत मरें, लाखों भागे
यूक्रेन-रूस युद्ध (Photo Credits: Twitter)

मास्को: यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के आक्रमण का यह छठा दिन है, जिसमें रूसी टैंक और बख्तरबंद वाहनों का कई मील लंबा काफिला यूक्रेन की राजधानी के करीब पहुंच रहा है और जमीन पर संघर्ष तेज हो रहा है. रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में नागरिक ठिकानों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी तेज कर दी. हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है और खबरें सामने आईं कि रूसी टैंक द्वारा हाल में खारकीव और राजधानी कीव के बीच स्थित एक शहर ओख्तिरका में एक सैन्य अड्डे पर हमले में 70 से अधिक यूक्रेनी सैनिक मारे गए. Russia-Ukraine War: यूक्रेन को झटका! ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने रूसी सेना से लड़ने से किया इनकार- रॉयटर्स

यूक्रेन के सैनिक जबरदस्त प्रतिरोध कर रहे हैं और हैरानी की बात यह है कि रूस आसमान पर हावी नहीं हो पाया है. इस बात की आशंका बढ़ रही है कि जैसे-जैसे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप रूस और अधिक अलग-थलग होता जाएगा, व्लादिमीर पुतिन और भी अधिक आक्रामक रुख अपना सकते हैं तथा विश्व-परिवर्तनकारी युद्ध शुरू कर सकते हैं.

युद्ध का खामियाजा यूक्रेन के लोग भुगत रहे हैं. अपने को बचाने के लिए लोगों ने भूमिगत मेट्रो स्टेशन, बंकर और अन्य आश्रय स्थलों में पनाह ली है.

रेड क्रॉस ने मंगलवार को युद्ध से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 25 करोड़ स्विस फ़्रैंक (27.2 करोड़ डॉलर) दान की अपील की. रेड क्रॉस और रेड क्रॉस महासंघ की अंतरराष्ट्रीय समिति ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ‘‘लाखों लोगों तक बेहतर पहुंच और मानवीय सहायता में तेजी से वृद्धि के बिना अत्यधिक कठिनाई और पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है.’’

सोमवार को, एक यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने बेलारूस से लगी सीमा पर रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत की. कोई सामाधान नहीं निकला लेकिन बातचीत जारी रखने की बात कही गई.

पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. रूस को 2022 विश्व कप के लिए क्वालीफायर सहित सभी अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल मैच में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

अग्रिम मोर्चे पर क्या हो रहा है?

यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि खारकीव का केंद्र मंगलवार को नए सिरे से रूसी गोलाबारी से प्रभावित हुआ. आवासीय भवनों के साथ-साथ प्रशासनिक भवन को भी निशाना बनाया गया. हताहतों के बारे में नहीं बताया गया. इससे पहले, 14 लाख की आबादी वाले शहर खारकीव में अधिकारियों ने कहा था कि सोमवार को हुई गोलाबारी में कम से कम 11 लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए.

रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के और करीब पहुंच गई है तथा करीब 40 मील के काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं. कीव की घेराबंदी की तैयारी चल रही है लेकिन यूक्रेनी सैनिकों ने राजधानी और अन्य शहरों में कड़ा प्रतिरोध दिखाया है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से नाटो को रूसी हवाई जहाजों, हेलीकॉप्टर और मिसाइल के लिए यूक्रेन के ऊपर पूर्ण रूप से ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित करने का अनुरोध किया. हालांकि ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री डोमिनिक राब ने मंगलवार को आग्रह को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह गठबंधन को रूसी सेना के साथ सीधे संघर्ष में डालकर युद्ध को और भड़का सकता है.

यूक्रेन में आम लोग क्या कर रहे हैं?

कई लोगों के लिए युद्ध का मतलब भूमिगत स्थानों और मेट्रो स्टेशन में आश्रय लेना है. कई लोग हड़बड़ी में अपने घर छोड़कर निकल गए. कई लोग ट्रेन और बसों के जरिए या मीलों तक पैदल चलकर पड़ोसी देशों में चले गए हैं.

समूचे यूक्रेन में और सीमा के आसपास शरणार्थी आश्रयों स्थलों में, माता-पिता अपने बच्चों को आराम देने के लिए ठहरे हैं. पोलैंड के एक सीमावर्ती स्टेशन पर, शरणार्थियों को दान देने के लिए कपड़ों और खिलौनों के बक्से रखे गए.

सोमवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेट ने कहा कि उनके कार्यालय ने पुष्टि की है कि रूसी आक्रमण में सात बच्चों सहित 102 नागरिक मारे गए हैं और 304 अन्य घायल हो गए हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि वास्तविक संख्या और ज्यादा हो सकती है.

प्रतिबंधों का असर

विशेषज्ञों का मानना है कि रूस ऊर्जा की बिक्री पर भरोसा करके और सोने तथा चीन की मुद्रा की ओर झुकाव करके वित्तीय दंड के प्रभाव को कम करने का प्रयास करेगा. पुतिन को छोटे बैंकों और उन कुलीन परिवारों के खातों के माध्यम से धन स्थानांतरित करने की भी उम्मीद है जो प्रतिबंधों के दायरे नहीं हैं अथवा क्रिप्टोकरेंसी में सौदा करते हैं. रूस की उम्मीदें चीन के साथ अपने संबंधों पर भी टिकी हैं.

संयुक्त राष्ट्र में क्या हो रहा ?

संयुक्त राष्ट्र के दो प्रमुख निकायों-193 सदस्यीय महासभा और अधिक शक्तिशाली 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने हालात पर चर्चा करने के लिए सोमवार को अलग-अलग बैठकें कीं.

महासभा संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों को युद्ध के बारे में बोलने का मौका देगी और 110 से अधिक ने ऐसा करने के लिए हस्ताक्षर किए. भाषण मंगलवार को जारी रहेगा. महासभा में यूक्रेन के साथ काम करने वाले यूरोपीय संघ के दूतों द्वारा समन्वित एक प्रस्ताव पर सप्ताह में बाद में मतदान होने की उम्मीद है.

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के मुख्य अभियोजक ने कहा कि वह यूक्रेन में संभावित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों की ‘‘जितनी जल्दी हो सके’’ जांच शुरू करने की योजना बना रहे हैं.

कितने लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं?

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से लगभग 660,000 लोग पड़ोसी देशों में जा चुके हैं. शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को आने वाले हफ्तों में यूक्रेन के शरणार्थियों की संख्या 40 लाख तक पहुंचने की आशंका है.

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