मोस्को, 7 अप्रैल : रूसी सेना का कहना है कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून की खामियों का फायदा उठाकर दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार अपनी जैविक सैन्य क्षमता का निर्माण कर रहा है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सशस्त्र बलों के विकिरण, रासायनिक और जैविक रक्षा बलों के प्रमुख इगोर किरिलोव ने कहा कि वाशिंगटन विभिन्न देशों में जैविक प्रयोगशालाएं बना रहा है और उन्हें एक एकीकृत प्रणाली से जोड़ रहा है.
उन्होंने एक बैठक में कहा कि अकेले रूस और चीन की सीमा से लगे क्षेत्रों में, 2005 से अमेरिकी सेना की लगभग 60 सुविधाओं का आधुनिकीकरण किया गया है. किरिलोव ने उल्लेख किया कि अमेरिका ने 2005 से सैन्य जैविक कार्यक्रमों पर 5 बिलियन डॉलर से अधिक खर्च किया है. यह भी पढ़ें : Russia-Ukraine War: साल भर तक चल सकती है रूस-यूक्रेन जंग, NATO के सेक्रेटरी जनरल की चेतावनी
उनके अनुसार, ये सुविधाएं तीन क्षेत्रों में काम कर रही हैं- उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के सैन्य दल की तैनाती के लिए प्रस्तावित क्षेत्रों में जैविक स्थिति की निगरानी, अमेरिका तक खतरनाक सूक्ष्मजीवों के उपभेदों को इकट्ठा करना और पहुंचाना, और जैविक हथियारों के संभावित एजेंटों का अध्ययन करना.