काबुल: अफगानिस्तान के चीफ एग्जिक्युटिव अब्दुल्ला अब्दुल्ला (Abdullah Abdullah) ने कहा कि दो बार टाला जा चुका शनिवार को होने वाला राष्ट्रपति चुनाव देश के के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि नई सरकार युद्धग्रस्त देश के लिए शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए नए रास्ते खोज सकती है.
अब्दुल्ला ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को गुरुवार को दिए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में बताया, "एक अच्छे चुनाव का अच्छा प्रभाव पड़ेगा क्योंकि देश का राष्ट्रपति बनने वाला कोई व्यक्ति, जिसके पास लोगों और लोगों के जनादेश का समर्थन है, वह शांति प्रक्रिया में अधिक गंभीरता से अपनी भूमिका निभा सकता है."
यह भी पढ़ें : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के चुनाव अभियान कार्यालय में विस्फोट, 3 की मौत, कई घायल
उन्होंने कहा, "शांति ऐसी चीज नहीं है जो बाहरी लोग हमसे चाहेंगे. यह कुछ ऐसा है जो लोगों के दिल और दिमाग से निकलता है." शनिवार का चुनाव अफगानिस्तान में 2001 के बाद चौथा राष्ट्रपति चुनाव होगा, जब अमेरिकी सैनिकों ने तालिबान शासन को हटाने के लिए देश पर हमला किया था.
तालिबान आतंकवादियों ने चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने का संकल्प लिया है और इसे अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जारी रखने के लिए विदेशी आक्रमणकारियों की चाल करार दिया है और लोगों से इसका बहिष्कार करने का आह्वान किया है .
चुनाव बाधित करने की तालिबान की धमकी पर एक सवाल के जवाब में, अब्दुल्ला ने कहा, "वे हमेशा चुनावों का विरोध करते रहे हैं, यह नया नहीं है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है." उन्होंने कहा कि वह चिंतित है लेकिन इस बात को लेकर सुनिश्चित भी हैं कि चुनाव होने जा रहा है.
राष्ट्रपति पद के लिए पांच साल के कार्यकाल के लिए कुल 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं और उम्मीदवारों में मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी और अब्दुल्ला शामिल हैं. 90 लाख से अधिक पात्र मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किए जाने की उम्मीद है.