पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शहर बनूं में पश्तून राष्ट्रवादी संगठन पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (Pashtun Tahafuz Movement) द्वारा आयोजित विशाल सभा में पश्तून समुदाय से उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया गया. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सभा में दूर दराज के इलाकों से भी पश्तून समुदाय के लोग पहुंचे और इसे पश्तून जनप्रतिनिधियों व कबीलों के मुखियाओं ने संबोधित किया. पीटीएम पाकिस्तान के पश्तूनों का ऐसा संगठन है जिसने कबाइली इलाकों में बिछाई गईं बारूदी सुरंगों को हटाने की मांग उठाई थी. संगठन अपने समुदाय के लोगों की न्यायेत्तर हत्याओं, उनके 'अचानक' लापता हो जाने और गैरकानूनी गिरफ्तारियों के खिलाफ लगातार आवाज उठाता रहा है.
सभा में पश्तून नेताओं से एक साथ आने का आह्वान किया गया. नेताओं को पीटीएम के झंडे तले लाने के लिए एक जिरगे (कबीलों के प्रमुखों की समिति) के गठन का फैसला किया गया ताकि पश्तूनों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न पर एकजुट होकर आवाज उठाई जा सके.
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पीटीएम नेता मंजूर पश्तीन ने कहा कि 'हम पख्तूनों में एकता चाहते हैं. पश्तूनों ने लंबे समय तक दुख सहे और तकलीफों का सिलसिला अभी भी जारी है. हम इनसाफ और शांति चाहते हैं लेकिन दुर्भाग्य से कबाइली इलाकों में टारगेट कर की जाने वाली हत्याओं की नई लहर देखी गई है. इनसाफ नहीं किया जा रहा है.'