Islamabad's Monal Restaurant Shuts Down: पाकिस्तान के इस्लामाबाद में एक मशहूर मोनाल रेस्टोरेंट बंद हो गया है. जिससे एक साथ करीब सात सौ से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. लोगों की नौकरी जाने के गम में जहां कुछ लोग इस सदमे को बर्दास्त नहीं कर पाए वे बेहोश हो गए वहीं कुछ कमर्चारी नौकरी जाने के गम में नोटिस मिलने पर फूट-फूटकर रोने लगे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. हालांकि यह वीडियो कुछ दिन पहले का हैं लेकिन अब वायरल हो रहा है.
पाकिस्तान के डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, मोनाल का शटडाउन पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की वजह से शुरू हुआ है. इसमें मोनाल ही नहीं इस्लामाबाद के मार्गल्ला हिल्स नेशनल पार्क के सभी रेस्तरां को बंद करने का आदेश दिया गया है. यह भी पढ़े: VIDEO: नौकरी पाने लिए मचा गदर! गुजरात में उमड़ी बेरोजगारों की भीड़, टूट गई होटल की रेलिंग, देखें वीडियो
इस्लामाबाद का मोनाल रेस्टोरेंट बंद होने पर कर्मचारी फूट-फूटकर रोने लगे:
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जानें कोर्ट का फैसला:
दरअसल दो महीने पहले 11 जून को दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले में पर्यावरण को लेकर जताई गई. जिसके बाद इस पार्क के आसपास स्थित होटल को तत्काल बंद करने का आदेश दिया गया था. जिस आदेश के बाद मोनाल होटल के मालिक लुकमान अली अफ़ज़ल ने ऐलान किया था कि 11 सितंबर, 2024 को होटल को पूरी तरह से बंद हो जाएगा. लुकमान अली अफ़ज़ल के बाद होटल के बंद होने के अंतिम दिन विदाई का नोटिस मिलने पर कर्मचारी सदमे को बर्दास्त नहीं कर पाए और फूट-फूटकर रोने लगे.
2006 में शुरू हुआ था मोनाल रेस्टोरेंट:
मोनाल रेस्टोरेंट आज से करीब 18 साल पहले 2006 में शुरू हुआ था. रेस्टोरेंट शुरू होने के बाद फूड को लेकर लोगों की सबसे अच्छी पसंद का रेस्टोरेंट बन गया. बताया जाता है के ये होटल रात के समय में कुछ घंटों के लिए ही बस बंद होता था. इसमें 700 से ज्यादा कर्मचारी काम करते थे। इस्लामाबाद आने वाले टूरिस्ट इसका टेस्ट लेने के लिए यहां जरुर आते थे. क्योंकि इस हटेल के खाने का कुछ टेस्ट ही ऐसा था.
मोनाल होटल के मालिक भी कर्मचारियों को लेकर दुखी
होटल में बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी देने के बाद कोर्ट के फैसले के बाद कर्मचारियों की नौकरी जाने पर होटल के मालिक लुकमान अली अफ़ज़ल भी दुखी. उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि बंद होने के बाद उनके कर्मचारियों को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. एक भावपूर्ण विदाई पत्र में, अफ़ज़ल ने कहा कि "काश मैं रातों-रात सभी को नौकरी दे पाता, लेकिन मौजूदा वित्तीय संकट को देखते हुए, समूह आपको अन्य परियोजनाओं में पुनः नियुक्त नहीं कर सकता. इसे अब ऊपर वाले का इच्छा से लिया गया निर्णय मानें और वैकल्पिक रोज़गार की तलाश शुरू करें.