इस्लामाबाद: पाकिस्तान के आम चुनाव में भले ही इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ (पीटीआई) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन इमरान की आगे की राह आसान होती नहीं दिख रही है. दरअसल पाकिस्तान में विपक्षी पार्टियों ने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है. प्रमुख विपक्षी दल के समूह ने इसके लिए विरोध-प्रदर्शन का भी ऐलान कर दिया है.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने आम चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए नतीजों को खारिज कर दिया है. हाल ही में विपक्षी पार्टियों ने बैठक कर चुनाव आयोग से दोबारा चुनाव कराने की मांग की है. इस बैठक में नवाज शरीफ की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएलएन) के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.
मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमाल (एमएमए) पार्टी के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि दोबारा चुनाव कराने की मांग को लेकर अभियान चलाया जाएगा और पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा. क्योंकि यह लोगों का सच्चा जनादेश नहीं है.
वहीं खबर है कि भारत के जैसे ही पाकिस्तान में बनने वाली इमरान सरकार महिला को देश की रक्षा मंत्रालय की कमान दें सकता है. भावी प्रधानमंत्री इमरान खान की कैबिनेट में शिरीन माजरी को रक्षामंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि इमरान की पार्टी अभी बहुमत से दूर हैं. लेकिन अनुमान है कि बहुमत का मैजिक आंकड़ा जुटाने में पीटीआई को कोई खासा दिक्कत नहीं होगी.
दरअसल पाकिस्तान नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं. जिनमें से 272 को जनता चुनती हैं और बाकी 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं. किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 137 सीटे होना जरुरत है. पाकिस्तान चुनाव नतीजे: मुसलमानों को हराकर इस हिंदू ब्राह्मण ने रचा इतिहास