इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बड़ी राहत मिली है. इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने नवाज समेत उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ और दामाद की सजा रद्द कर दी है. एवेनफील्ड प्रोपर्टीज केस में दोषी ठहराए जाने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के आम चुनाव से पहले नवाज शरीफ और उनके परिवार को जेल भेजा गया था. वही बुधवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट की बेंच में शामिल जस्टिस अतहर मिनाल्लाह और जस्टिस हसन औरंगजेब ने अपने फैसले में नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की सजा को रद्द करने का आदेश दिया. इससे पहले कोर्ट ने जिरह के बाद इस मसले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
ज्ञात हो कि नवाज को 10, मरियम नवाज को 7 और कैप्टन सफदर को 1 साल कैद की सजा सुनाई गई थी. अब इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इस सजा को रद्द कर दिया है. आगे पढ़िए आखिर क्या है पनामा पेपर लीक (Panama Paper) मामला और नवाज शरीफ के परिवार पर क्या लगे हैं आरोप- यह भी पढ़े-नवाज शरीफ और बेटी मरियम को मिली बड़ी राहत, कोर्ट ने दिया जेल से रिहा करने का आदेश
आखिर क्या है पनामा पेपर (Panama Paper) लीक मामला?
बता दें कि पनामा पेपर्स के नाम से लीक हुए इन दस्तावेजों को सामने लाने में मुख्य भूमिका अमेरिका स्थित एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (ICIJ) की है.जिसके मुताबिक इन्होंने उन दस्तावेजों की गहरी छानबीन की, जो इन्हें किसी अज्ञात सूत्र ने उपलब्ध करवाए थे. जांच में ढेरों फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों के अलावा लगभग 140 राजनेताओं, अरबपतियों की छिपी संपत्ति का भी खुलासा हुआ है. यह भी पढ़े-इमरान खान की जीत के बाद बोले नवाज शरीफ, कहा-हमसे जनादेश छीन लिया गया है
इस जांच में जो डेटा सामने आया है वह बीते 1977 से लेकर 2015 तक लगभग 40 वर्षों का है. पनामा स्थित लॉ फर्म मोसैक फॉन्सेका से लीक हुए इन दस्तावेजों को लेकर दावा किया जा रहा है कि इनमें जिन 500 भारतीय हस्तियों के नामों का जिक्र है. उनमें से 300 नामों की पुष्टि भी की जा चुकी है. जर्मनी के एक अखबार की मानें तो इस पेपर लीक से 2.6 टेराबाइट डेटा सामने आया है जो लगभग 600 डीवीडी में आ सकता है. यह भी पढ़े-लाहौर एयरपोर्ट पर नवाज और मरियम शरीफ गिरफ्तार, पासपोर्ट हुआ जब्त
जानिए क्या है नवाज शरीफ और उनके परिवार पर आरोप.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के बेटों हुसैन और हसन के अलावा बेटी मरियम नवाज ने टैक्स हैवन माने जाने वाले ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कम से कम चार कंपनियां शुरू कीं. इन कंपनियों से इन्होंने लंदन में छह बड़ी प्रॉपर्टीज खरीदी. शरीफ फैमिली ने इन प्रॉपर्टीज को गिरवी रखकर डॉएचे बैंक से करीब 70 करोड़ रुपए का लोन लिया. इसके अलावा, दूसरे दो अपार्टमेंट खरीदने में बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ने उनकी मदद की. यह भी पढ़े-पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 10 साल और बेटी मरियम को 7 साल की जेल
नवाज और उनके परिवार पर आरोप है कि इस पूरे कारोबार और खरीद-फरोख्त में अनडिक्लियर्ड इनकम लगाई गई. शरीफ की विदेश में इन प्रॉपर्टीज की बात उस वक्त सामने आई जब लीक हुए पनामा पेपर्स में दिखाया गया कि उनका मैनेजमेंट शरीफ के परिवार के मालिकाना हक वाली विदेशी कंपनियां करती थीं. शरीफ के परिवार के लंदन के 4 अपार्टमेंट से जुड़ा मामला भी उन 8 मामलों में शामिल है जिनकी नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने दिसंबर 1999 में जांच शुरू की थी.
लंदन में खरीदी थीं प्रॉपर्टी.
पनामा मामले (Panama Paper) की जांच कर रही 6 मेंबर्स वाली जेआईटी ने अपनी फाइनल रिपोर्ट 10 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि 1990 में पीएम के तौर पर अपने दूसरे टेन्योर में शरीफ की फैमिली ने लंदन में प्रॉपर्टीज खरीदी थीं. रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीफ और उनके बच्चों की लाइफस्टाइल उनकी आय के स्रोत से कहीं ज्यादा थी. शरीफ ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए जेआईटी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था.
जानिए लिस्ट किन-किन लोगों का नाम है शामिल.
पनामा पेपर लीक में जिन हस्तियों का नाम सामने आया उनमें आइसलैंड के प्रधानमंत्री, यूक्रेन के राष्ट्रपति, सऊदी अरब के राजा और डेविड कैमरन के पिता का नाम प्रमुख है. इनके अलावा लिस्ट में व्लादिमीर पुतिन के करीबियों, अभिनेता जैकी चैन और फुटबॉलर लियोनेल मेसी का नाम भी था.